छत्तीसगढ़ के मदरसों में वंदे मातरम किया जाए अनिवार्य – डॉ सलीम राज

छत्तीसगढ़ में अब सभी मदरसों में ‘वंदे मातरम’ का गायन अनिवार्य हो सकता है। प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर सलीम राज ने स्पष्ट किया है कि राज्य के सभी मदरसों में राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान का आयोजन कंपलसरी किया जाना चाहिए।
छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने “जश्न वंदे मातरम” कार्यक्रम का आयोजन किया। इस साल राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के मौके पर विशेष जश्न मनाया गया, जिसमें प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौलाना, मुस्लिम समाज के वरिष्ठ गण, वक्फ बोर्ड के पदाधिकारी और स्थानीय जनता मौजूद रही। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने मंच से बयान दिया “वंदे मातरम गीत एकता, सद्भाव और देशभक्ति का गीत है। आज हमारे सभी मुस्लिम समाज के लोगों ने इसे संगठित रूप से गाया।”
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड द्वारा ये विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाने के बाद यह चर्चा का विषय बन गया है। डॉ. सलीम राज ने बताया कि “मदरसे सिर्फ शिक्षा केंद्र नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भागीदार हैं। वंदे मातरम और राष्ट्रगान अनिवार्य करने का उद्देश्य—देश में एकता, भाईचारा और देशभक्ति की भावना मजबूत करना है।” कार्यक्रम के अंत में ‘वंदे मातरम’ की सामूहिक प्रस्तुति हुई, जिसमें मुस्लिम समाज के लोग बड़े उत्साह के साथ शामिल हुए।






