रायपुर सेंट्रल जेल में कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर की मौत, हटाए गए जेलर

कांग्रेस नेता और सर्व आदिवासी समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष जीवन ठाकुर (49 वर्ष) की रायपुर सेंट्रल जेल में इलाज के दौरान 4 दिसंबर 2025 को मौत हो गई। वे फर्जी वन पट्टा मामले में 12 अक्टूबर से कांकेर जिला जेल में बंद थे, लेकिन 2 दिसंबर को बिना परिवार को सूचना दिए रायपुर शिफ्ट कर दिए गए।
जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप है कि शिफ्टिंग की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई, न ही तबीयत बिगड़ने या मेकाहारा अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली। 4 दिसंबर सुबह 4:20 बजे भर्ती हुए ठाकुर की 7:45 बजे मौत हो गई, जबकि परिवार को शाम 5 बजे ही वायरलेस संदेश से सूचना दी गई। आदिवासी समाज ने जेल प्रशासन पर लापरवाही, जानकारी छिपाने और हत्या की आशंका जताते हुए मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है।

कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन
आदिवासी समाज के लोग कांकेर कलेक्ट्रेट पहुंचे और शव लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने दोषी अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा, क्षतिपूर्ति और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की मांग की। 7 दिनों में विशेष जांच समिति न बने तो बड़ा आंदोलन की चेतावनी दी गई।
जेलर पर कार्रवाई
मौत के बाद कांकेर जिला जेल की सहायक जेल अधीक्षक रेणु ध्रुव को हटा कर जगदलपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। उनकी जगह धमतरी जेल अधीक्षक महेश कुमार को कांकेर में लगाया गया। रायपुर जेल अधीक्षक ने बीमारी से मौत होने का दावा किया है, दंडाधिकारी जांच की बात कही।





