Mahtari Asmita Yatra : लाखों की संख्या में छत्तीसगढ़िया समाज ने निकाली ‘महतारी अस्मिता यात्रा’, जानिए क्या है थी मांगें

Mahtari Asmita Yatra : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार को सर्व छत्तीसगढ़िया समाज की ओर से महतारी अस्मिता रैली निकाली गई। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, धरोहर और भाषा के संरक्षण की मांगों को लेकर आमापारा चौक से शुरू हुई इस रैली में महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों सहित एक हज़ार से अधिक लोगों ने भाग लिया। रैली के आगे बढ़ने पर पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनज़र बेरिकेट लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका।
इस दौरान सर्व छत्तीसगढ़िया समाज के प्रतिनिधि मंडल को लेकर पुलिस अधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित छत्तीसगढ़ी महतारी की पूजा अर्चना कर प्रतिनिधि मंडल ज्ञापन सौंपेगा। बता दें कि रैली में शामिल लोग कलेक्ट्रेट में लगी छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा तक रैली निकालने पर अड़े रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन से बातचीत के बाद समाज के प्रतिनिधि मंडल कलेक्ट्रेट आने को राजी हुए। खबर लिखे जाने तक आमापारा में स्थिति सामान्य है।

छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बघेल थाने के बाहर सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन थाने से 20 मीटर पहले ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें पकड़ लिया। पुलिस कानूनी तौर इसे गिरफ्तारी बता रही है। लेकिन समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए सरेंडर बताया है।
गिरफ्तारी के बाद अमित बघेल को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने बघेल को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। इससे पहले वे पुलिस कस्टडी में मां के अंतिम संस्कार के लिए गांव जाएंगे। बता दें कि शुक्रवार को अमित बघेल की मां का निधन हो गया है। उनके शव को उनके पैतृक गांव पथरी ले जाया गया है, जहां कल शनिवार को अंतिम संस्कार होगा।
दूसरी ओर बघेल के समर्थकों ने आमापारा जी रोड को जाम कर दिया। करीब 2 घंटे तक दोनों तरफ की रोड जाम रही। इसके बाद पुलिस में एक्शन लेते हुए एक तरफ की रोड खोल दी है। जाम की वजह से आम लोगों को मुश्किलें हुई। वहीं पुलिस और समर्थकों दोनों ने अपनी आपसी समझ से एंबुलेंस को पास कराया।
आपत्तिजनक बयानों से जुड़े मामले में अमित बघेल करीब 26 दिनों से फरार थे। इसके पहले 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल को कड़ी फटकार लगाते हुए उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि, अपनी जुबान पर लगाम रखें।
जहां-जहां FIR दर्ज है, वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। कोर्ट ने साफ कहा था कि कोई राहत नहीं दी जाएगी और कानून अपना काम करेगा। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अमित बघेल ने कई धर्म, सम्प्रदाय के विषय में गलत टिप्पणी की थी। अलग-अलग जगहों पर FIR हुई थी, आज उनकी गिरफ्तारी हुई है।





