जाति-वर्ण व्यवस्था, इंसान ने नहीं भगवान ने बनाई, पैगंबर साहब और यीशु मसीह भी पहले थे सनातनी :- शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती
रायपुर। राजधानी के सुदर्शन संस्थानम में पत्रकारों से चर्चा करते पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाना और सनातन संस्कृति की अलख जगाना ही हमारा एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए। अध्यात्म की राह जबसे हमने चुनी है तभी से हिंदू राष्ट्र बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। हजारों साल से पृथ्वी पर सनातन धर्म चला आ रहा है। पैगंबर साहब और यीशु मसीह भी पहले सनातनी थे। हिंदू राष्ट्र की गूंज केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका के संसद भवन में भी गूंज रही है। यह आने वाले कल के लिए अच्छा संकेत है।
शंकराचार्य महाराज ने कहा कि जो राजनेता गो हत्या बंद कराए और हिंदू राष्ट्र की बात कहे वही देश का सच्चा नेता है। शंकराचार्य ने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नारायण वैध बूचड़खाना चलते रहने और अवैध बूचड़खाना बंद करने की बात कहते हैं, जबकि पूरी तरह से गो हत्या बंद होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने भी गो सेवकों को गुंडा कहकर संबोधित किया। अब इस पर आम जनता ही निर्णय ले। गो हत्या कानून देशभर में लागू किया जाए।
जाति-वर्ण व्यवस्था, इंसान ने नहीं भगवान ने बनाई
शंकराचार्य ने कहा कि जाति वर्ण व्यवस्था किसी इंसान ने नहीं भगवान ने बनाई है। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र सभी का अपना कर्तव्य है, अपनी जिम्मेदारी है। चारों वर्ण अपना कार्य अच्छी तरह से करे।
आरक्षण से योग्य व्यक्ति की अवहेलना न हो
जबसे आरक्षण लागू हुआ है, योग्य व्यक्तियों की अवहेलना हो रही है। उच्च पद पर वही व्यक्ति पहुंचे जो योग्य हो। आरक्षण के बल पर अयोग्य व्यक्ति यदि योग्य पद पर बैठ जाए तो इससे देश का भला नहीं हो सकता।