रायपुर में नेशनल हेराल्ड केस पर कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, BJP कार्यालय घेरने की कोशिश

रायपुर में नेशनल हेराल्ड केस के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़े, मोदी-शाह के पोस्टर पर कालिख पोती और BJP कार्यालय की ओर मार्च किया
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नेशनल हेराल्ड केस को लेकर कांग्रेस ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पंडरी इलाके में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय की ओर मार्च निकाला।
प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेश बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक अनिता शर्मा और विकास उपाध्याय समेत NSUI के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। मेकाहारा चौक के पास पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की हुई, इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने लगे, हालांकि कुछ दूरी पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पोस्टर पर कालिख पोतकर विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि नेशनल हेराल्ड मामले में भाजपा राजनीतिक द्वेष की भावना से कार्रवाई करवा रही है और लोकतांत्रिक संस्थाओं व जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया, ताकि किसी भी तरह की law and order की स्थिति न बिगड़े। पुलिस और प्रशासन की सतर्कता के बीच कांग्रेस का यह मार्च कुछ दूरी तक ही बढ़ पाया और बाद में प्रदर्शनकारी वहीं से लौट गए।
भूपेश बघेल के आरोप और ED–EOW पर सवाल
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ED और EOW की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिस पप्पू बंसल की गवाही के आधार पर उनके बेटे को जेल भेजा गया, उसे पहले फरार घोषित किया गया और बाद में बयान के लिए ईडी द्वारा कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन वकीलों के विरोध के बाद वह वहां से भाग निकला।
भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि अब एजेंसियां भी भागने लगी हैं और यह स्थिति लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है। कांग्रेस का कहना है कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर केंद्र सरकार राजनीतिक संदेश देना चाहती है, जिसके खिलाफ पूरे देश में आवाज उठाई जाएगी






