साहू समाज ने मनाई भक्त माता कर्मा की 1007वीं जयंती : फूलों से किया गया श्रृंगार, घरों में भी हुई विशेष पूजा-अर्चना, प्रतिभावान छात्र-छात्राएं सम्मानित हुए
केशव पाल @ तिल्दा-नेवरा | समीपस्थ ग्राम मढ़ी में साहू समाज की आराध्य संत शिरोमणि भक्त माता कर्मा की 1007वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। साहू समाज मढ़ी के तत्वावधान में साहू सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में साहू समाज के महिलाओं सहित बच्चों व बुजुर्गों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। परिवार के साथ साहू समाज के लोगों ने घरों में भी माता कर्मा की पूजा-अर्चना की। समाज के लोगों ने दीपावली की तरह घरों में भी दीप जलाकर सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान लोगों ने माता कर्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया व फूलों से श्रृंगार कर खिचड़ी भोज का प्रसाद वितरित किया। सर्व साहू समाज के आस्था और श्रद्वा की प्रतिमूर्ति माता कर्मा जयंती महोत्सव के दौरान बाजे-गाजे के साथ कलश यात्रा निकालकर स्थानीय तालाब से जल लाया गया। इस अवसर पर मंत्रोच्चारण के साथ माता कर्मा की विशेष पूजा-अर्चना व हवन पूजन की गई। इस दौरान प्रतिमा को आकर्षक पालनी में सजाई गई थी। तत्पश्चात अतिथियों एवं समाज के गणमान्य नागरिकों का स्वागत सम्मान किया गया। इस दौरान मंचासीन अतिथियों ने भक्त माता कर्मा की जीवनी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा 1981 बैच के अधिकारी रहे चुके पूर्व आईएएस गणेश शंकर मिश्र बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आमंत्रित करने के लिए साहू समाज के प्रति आभार जताया। साथ ही भक्त माता कर्मा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर अपना विचार रखा। इस दौरान उन्होंने समाज के लोगों से मुलाकात भी किए। कार्यक्रम के दौरान सर्वश्रेष्ठ कलश सजाने वालों और समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को समाज द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। इस दौरान बच्चों द्वारा आकर्षक चित्रकला भी सजाई गई थी। रात्रि में श्री प्रभु आराधना मानस परिवार छिंदौली महासमुंद द्वारा मानस गान की प्रस्तुति ने समां बांध दिया।
ऐसी मान्यता है कि माता कर्मा और भगवान श्री कृष्ण में निश्चल प्रेम था। वह स्वयं भगवान को गोद में बैठाकर खिचड़ी खिलाया करती थीं। जगन्नाथपुरी में यह परंपरा आज भी प्रचलित है। छप्पन भोग के पहले कर्मा मां को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। इस दौरान समाज के युवाओं से मां कर्मा के भक्ति के आदर्श को अपनाने की अपील की गई। सभी ने मां कर्मा का जीवन-चरित्र अपने संतानों को स्मरण कराने का संकल्प लिया। इस अवसर पर कमलेश साहू, अशोक साहू, शत्रुहन साहू, डां.रेवाराम साहू, डिजेंद्र साहू, घासीराम साहू, शत्रुहन साहू, गजानंद साहू, मुकेश साहू, कौशल साहू, रुपेन्द्र साहू, सनत साहू, फग्गूराम साहू, सुखराम साहू, कृष्णा साहू, कैलाश साहू, मोतीराम साहू, नंद साहू, जनक साहू सहित साहू समाज के सभी पदाधिकारीगण व साहू समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।