बूंदों ने दबाए ‘तापमान’ के तेवर : मौसम की छोटी लेकिन भली करवट, आषाढ़ की पहली झड़ी से पानी-पानी, वातावरण हुआ सुहावना
केशव पाल @ तिल्दा-नेवरा | लंबे इंतजार के बाद मानसून ने आमद दे दी है। प्री-मानसूनी बौछार के बाद राहत की बारिश से फिजा में ठंडकता घुल आई है। आज रविवार सुबह से रायपुर समेत मैदानी क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है। आधा आषाढ़ बीत जाने के बाद यह पहली बारिश है। तिल्दा सहित खरोरा इलाके में झड़ी जैसी हालात है। खेतों में पानी जमा होने लगी है। सीजन की पहली बूंदाबांदी में बूंदों तले तापमान के तेवर दब गए और ठंडी हवाओं के सामने गर्मी का अहसास गुम सा हो गया। इससे पहले 21 जून की रात जोरदार बारिश हुई थी। जिसके बाद किसानों ने धान बुवाई भी शुरू कर दी थी। आज की बारिश से खेत जलमग्न होने के कगार पर है। किसानों की मानें तो अभी सप्ताह भर तक धान बुवाई करते नहीं बनेगा। क्योंकि मिट्टी बहुत अधिक गीली हो चुकी है। थोड़ा सुखने का इंतजार करना होगा। हालांकि अलसायी सी बूंदों ने गर्मी से पूरी तरह से तो नहीं लेकिन थोड़ी तौर पर राहत अवश्य दे दी। अलबत्ता उमस गायब हो गई है। उल्लेखनीय है कि, आषाढ़ माह लगने के बाद किसानों को भी बारिश का बेसब्री से इंतजार था। अंचल के लोगों को बारिश की बूंदों का इंतजार जरा लंबा हो गया था। जो रविवार को खत्म हो गया। बूंदों की आमद ने आगे से और ज्यादा मिलने की आस जगाए रखी है। बारिश से बाहर का मौसम खुशमिजाजी भरा हो गया। अलबत्ता घरों के भीतर दुबके लोगों को बाहर जाने को मजबूर कर दिया। आगाज भले ही फीका रहा हो आगामी अंदाज बेहतर होगा और प्यास से व्याकुल धरती और गर्मी से आजिज आ चुके लोगों को राहत मिलेगी। इसी उम्मीद के साथ कई लोगों ने पहली फुहारों का आनंद उठाया। मौसम ने छोटी करवट ली थी आसमान पर काले घने बादल थी। लेकिन छितरे बादल धीरे-धीरे पास आए। तेज हवाओं के कारण पहले नाउम्मीदी की घटा छायी फिर ये बादल मानसून की मुहूर्त अनुसार बरसने लगे। सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश से लोग भींगते हुए सफर करते नजर आए। राजधानी सहित आउटर इलाकों में भी आषाढ़ की पहली झड़ी से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। सड़कें भी पानी से लबालब रहा। जिससे आने-जाने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मौसम हुआ सुहावना, बारिश थमते ही घर से निकले लोग
ठंडी बूंदों और तेज हवाओं ने लोगों की बांछें खिला दी। मौसम के इस मिजाज को तरस रहे लोगों ने सड़कों पर आकर शानदार मौसम का लुत्फ उठाया और तपिश से तप रही धरा के साथ लोगों को भी सुकून मिला। बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया। दोपहर में बारिश थमते ही लोग घर से निकल खुले वातावरण में मौसम का आनंद उठाते रहे। सड़कों में फिर से आवागमन बढ़ गई।
उमस से मिली निजात, ठंडकता घुल आई
झमाझम बारिश के बाद उमस भरी गर्मी और चुभन से लोगों को राहत मिली है। क्योंकि जून महीने में भी गर्मी का असर बरकरार था। लू भी चल रही थी। ऐसे में अब बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से लोगों को निजात मिली है। अब जब धरती की ताप पूरी तरह ठंडी हो जाएगी। तभी इससे पूरी तरह राहत मिल सकती है। इधर, बारिश के बाद पारा लुढ़क आया है। तापमान में गिरावट से गर्मी छूमंतर हो गई है और वातावरण ठंडी हो गई है।