Chhattisgarh – ड्राइवर देशव्यापी हड़ताल के बाद, पेट्रोल पंप हुए ड्राई, आज भी बनी रह यही स्थिति, लगी लंबी कतारे
रायपुर : हिट एंड रन केस के मामलों को लेकर बनाए गए नए कानून के खिलाफ देश के कई राज्यों में ड्राइवर देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में उतर आए हैं। बस-ट्रक और टैंकरों के अलावा टैक्सियों के भी पहिये थम गए हैं। स्टैंड सूने पड़े है। हड़ताल का असर पेट्रोल पंपों पर भी पड़ा है। नतीजतन ज्यादतर पम्प में वाहनों की लंबी कतार देखने को मिल रही है।
रायपुर के पेट्रोल पंपों में उमड़ी भीड़
राजधानी रायपुर के प्रमुख चौराहों में से एक जय स्तंभ चौक, फाफाडीह चौक, समेत शहर के अन्य सभी पेट्रोल पम्पों में देर शाम से ही लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। राजधानी रायपुर के सभी पेट्रोल पंप में वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। राजधानी के कई पेट्रोल पंप मालिकों ने पंप बंद भी कर दिए हैं। वहीं जिन पेट्रोल पंपों में पेट्रोल मिल रहा है वहां 200 से 300 मीटर तक वाहनों की लाइन लगी है। लोग लाइन लगाकर अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।
बिलासपुर के भी पेट्रोल पंपों में उमड़ी भीड़
बिलासपुर जिले में साल के पहले दिन सोमवार को हाहाकार मच गया है। क्योंकि बसों व ट्रकों की हड़ताल के चलते साल के पहले दिन ही सुबह से लोग परेशान होने लगे। पेट्रोल पंपों में तेल के टैंकर नहीं पहुंचने की वजह से इसकी सप्लाई नहीं हो पा रही, जिसके चलते कई पंप ड्राई हो गए। कुछ पेट्रोल पम्पों में विवाद की भी स्थिति निर्मित होते देखी गई। तो कई जगह घंटों इंतजार के बाद लोगों को पेट्रोल-डीजल मिला।
बता दे कि केंद्र सरकार द्वारा आईपीसी में बदलाव किए गए हैं। जिसके तहत ट्रक-बस ड्राइवर्स हिट एंड रन के नए कानून लागू किया गया है। ऐसे में अगर कोई भी ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद भाग जाता है तो उसके खिलाफ पांच लाख का जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान किया है। इसी का देशभर में विरोध हो रहा और ट्रक ड्राइवर हड़ताल में चले गए हैं। जिसकी वजह से पेट्रोल-डीजल टैंकर भी नहीं चल रहे और तेल की सप्लाई नहीं हो पा रही। ऐसे में जिले के ज्यादातर पेट्रोल पंप में तेल की सप्लाई नहीं हो सकी। जिन पंप में पहले से तेल मौजूद था वहां बिक्री की जा रही है। पंप में लोगों की भीड़ है। यही, स्थिति बनी रही तो मंगलवार को हालात और भी बुरे हो सकते हैं।
पेट्रोल पंप में सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात
सोमवार की शाम तक बिलासपुर रायपुर समेत दुसरे शहरों में अधिकांश पेट्रोल पंप ड्राई हो गए, कुछ पंप संचालकों ने भीड़ और विवाद की स्थिति को देखते पंप को बंद भी कर दिया। दूसरी और रिंग रोड 2 में संचालित भाटिया फ्यूल्स देर रात तक खुला रहा और वहां गाड़ियों की लंबी कतार लगी रही। जिसे देखते हुए पुलिस ने वहां सुरक्षा के पुलिस जवान को तैनात कर दिया था। इसके अलावा हाइवे में संचालित पेट्रोल पम्पो में भी पुलिस लगातार गश्त करती रही।
कम मात्रा में दिया गया तेल
ट्रक चालकों की हड़ताल के चलते पेट्रोल पंप ड्राई होने लगे, जिसे देखते हुए इमरजेंसी के लिए पेट्रोल पंप संचालक लोगों को कम मात्रा में पेट्रोल-डीजल देते रहे, ताकि हर वाहन चालक को उनकी जरूरत के मुताबिक तेल मिल सके और उनका काम प्रभावित ना हो पाए।
आज भी थम सकते हैं वाहनों के पहिये
छत्तीसगढ़ के अधिकांश पेट्रोल पंप ड्राई हो चुके हैं। अगर ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही, तो सभी पेट्रोल पंप खाली हो जाएंगे। जिसका प्रभाव आम नागरिकों के जीवन पर पड़ेगा। नौकरीपेशा लोग अपने काम पर नहीं पहुंच सकेंगे, छात्र स्कूल-कालेज नहीं जा सकेंगे। साथ ही आटो, बस भी नहीं चल पाएंगी, जो एक बेहद खतरनाक स्थिति को जन्म दे देगी।