रतनपुर : महिलाओं की नृत्य ने मचाया धमाल, खेली फूलों की होली, करीब एक टन फूलों से खेली गई होली
होली का नाम सुनते ही मन में एक उल्लास उमंग व उत्साह जाग उठता है, जो जीवन को एक नई प्रेरणा प्रदान करती है, फागुन महीने में बसंत बयार के संग मन को उन्मादित कर देने वाला पर्व जो पूरे देश के हर वर्ग को एक प्रेम की धागे से जोड़ती है और एकजुटता का संदेश देती है, तो आइये आपको ले चलते हैं रतनपुर के फाग महोत्सव में जहां मातृ शक्तियों द्वारा रंगों से नहीं बल्कि फूलों से जोरदार होली खेली गई।
रतनपुर के सरस्वती शिशु मंदिर जहां बाबू प्यारे लाल गुप्त सृजन पीठ द्वारा शानदार होली महोत्सव का आयोजन किया गया , जिसमें नगर के सर्व समाज के लोग इस अनोखे आयोजन में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती व भारत माता की छाया चित्र पर इस फाग महोत्सव में पहुंचे हुये अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के पश्चात कविता पाठ किया गया ,उसके पश्यात राधा कृष्ण की आकर्षक झांकी के साथ नगर की मातृ शक्तियों द्वारा केमिकल वाले रंगों से नहीं बल्कि लगभग एक टन विभिन्न प्रकार की रंगबिरंगी सुगंधित फूलों की पंखुड़ियां से जोरदार होली खेली गई , प्रकृति को समर्पित इस फाग महोत्सव के दौरान मौज मस्ती से सराबोर एक दूसरे पर जमकर फूलों की पंखुड़ियां बरसाई गई, इस पर्व में प्री होली महोत्सव के दौरान महिलाएं एकजुट होकर अपनी सखी सहेलियों के साथ हंसी से ठिठोली करते हुए सुगम संगीत, छत्तीसगढ़ी व फाग गीतों की धुन पर जमकर थिरके, और एक दूसरे फूलों की पंखुड़ियां बरसाते हुए होली महोत्सव की शुभकामनाएं दी, इसके अलावा वहां उपस्थित सारी महिलाओं द्वारा गाये गए मस्ती भरी पारंपरिक फाग गीतों से वहां उपस्थित लोग भी थिरकने से अपने आप को रोक नही पाए,और ढलते सूरज तक लोगों में होली का खुमार चढ़ा रहा।