छत्तीसगढ़ में समोसा नहीं खिलाने पर दोस्त का मर्डर, चलती ट्रेन से दोस्त को दिया धक्का, ट्रैक पे मिली थी लाश
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में 10 रुपए के समोसे नहीं खिलाने और थप्पड़ मारने को लेकर चलती ट्रेन से दोस्त को धक्का दे दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोनों नाबालिग दोस्त रायपुर के रहने वाले हैं। घटना राजनांदगांव के सोमनी थाना क्षेत्र के मौहाभाठा और मुड़ीपार के बीच रेलवे ट्रैक पर हुई। दरअसल, 16 अप्रैल को रेलवे ट्रैक पर 14 साल के एक लड़के का कटा हुआ शव मिला था। रेलवे ट्रैक पर हादसे की सूचना मुड़ीपार रेलवे स्टेशन मास्टर ने सोमनी थाने में दी थी। सोमनी पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
उसकी पहचान समीर महानंद पिता वरुण महानंद (14) निवासी रायपुर के गोपाल नगर के रूप में हुई। पुलिस ने पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। जांच के दौरान पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कि यह हादसा नहीं हत्या थी। समीर को उसके बचपन के दोस्त ने चलती ट्रेन से धक्का दे दिया था। जिसे गिरफ्तार कर बाल संप्रेषण गृह भेज दिया गया है। सोमनी थाना प्रभारी कृष्णा पाटले ने बताया कि, जब पुलिस ने उसके दोस्त को पकड़कर पूछताछ की, तो उसने कहा कि वो बचपन के दोस्त हैं। दोनों एक ही मोहल्ले में पले बढ़े हैं।
दोनों ने डोंगरगढ़ में माता के दर्शन के लिए जाने का प्लान बनाया। रायपुर से ट्रेन में बैठकर सुबह डोंगरगढ़ पहुंचे। दर्शन करने के बाद ट्रेन से रायपुर लौट रहे थे। ट्रेन में दोनों दोस्त गेट के पास खड़े थे। इस दौरान एक समोसा वाला आया, तो आरोपी ने 20 रुपए का समोसा लिया। जिसे दोनों ने मिलकर खाया। आरोपी ने समीर को कहा कि और भूख लगी है। तूम भी 10 रुपए का समोसा ले लो। जिस पर समीर ने समोसा लेने से मना कर दिया। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। आरोपी ने कहा कि मेरा समोसा खाया, लेकिन खुद नहीं खिला रहा है। इस पर समीर ने अपने दोस्त को थप्पड़ मार दिया। आरोपी को इतना गुस्सा आया कि समीर को धक्का देकर ट्रेन के बाहर गिरा दिया। ट्रेन काफी रफ्तार में थी, इसलिए उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
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