Chhattisgarh : अजीबो गरीब आदेश, महिला डॉक्टर को किया गया दो जगह पदस्थ, दोनो अस्पताल के बीच की दूरी 400 किमी, दोनो जगह लगानी है रोज हाजरी
Chhattisgarh : रायपुर : छत्तीसगढ़ में एक महिला चिकित्सक को एक साथ 400 किलोमीटर की दूरी में स्थित अलग अलग मेडिकल कॉलेज में पदस्थापना की गई है, पहला मेडिकल कॉलेज राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव अम्बिकापुर है और दूसरा यहां से 400 किलोमीटर दूर दुर्ग शहर के चंदू लाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज है .ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि हर दिन कोई व्यक्ति अपने एक कार्यालय से 400 किमी दूर दूसरे कार्यालय तक का सफर कैसे तय करेगा और दोनों जगह कैसे ड्यूटी कर सकेगा
एक साथ दो कॉलेज में दे दी जिम्मेदारी
मामला अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज का है जहां हॉसेपिटल के एनाटॉमी विभाग की एचओडी डॉ. रंजना सिंह आर्या को अपने मूल पदस्थापना के साथ ही चंदू लाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज का अधिष्ठाता भी बनाया गया है.
दोनों के बीच है 400 किमी की दूरी
आदेश के मुताबिक अब उन्हें अम्बिकापुर के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और दुर्ग के चंदू लाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज दोनों जगह पर ड्यूटी करनी है, जो संभव ही नहीं. क्योंकि दोनों मेडिकल कॉलेज के बीच में 400 किमी की दूरी है. इधर पहले ही कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें एनएमसी के हेड काउंटिंग में अपने कॉलेज में दर्शाया है. ऐसे में उनकी गिनती चंदू लाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में नहीं हो पाएगी. इस आदेश के बाद अधिकारी भी दुविधा में फंस गए हैं कि आखिर वे दो स्थानों पर एक साथ काम कैसे कर पाएंगी.
मामले में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आर मूर्ति का कहना है कि शासन से एक आदेश प्राप्त हुआ है. जिसमें हमारे यहां एनाटामी विभाग की हेड डॉ रंजना सिंह आर्या को अपने वर्तमान पदों के साथ चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता के पद पर पदस्थ किया गया है. इस विषय पर शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है.
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