SECL ने कराया भू विस्थापितों पर अपराध दर्ज, मानिकपुर खदान में भू विस्थापितों ने दुसरे राज्य के मजदूरो के दिया था खदेड़
कोरबा जिले के एसईसीएल मानिकपुर में कलिंगा प्राइवेट लिमिटेड की साइट पर हंगामा करने वालों भू विस्थापितों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गणेश्वर बेहरा की रिपोर्ट पर पुलिस ने कुछ भू—विस्थापित के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है, जबकि दूसरे पक्ष ने भी अपनी ओर से लिखित आवेदन दिया है।
बता दे कि स्थानीय लोगों को रोजगार के मामले में प्राथमिकता देने की बात को लेकर मानिकपुर ढेलवाडीह सहित चार गांव के लोगों ने कलिंगा प्राइवेट लिमिटेड की साइट पर 22 दिसंबर को हंगामा किया था। इस दौरान मौके पर मौजूद उन मजदूरों का सामान फेंकने का काम किया गया था, जो ओडिशा से यहां लाए गए थे। आरोप है कि इन लोगों के साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई।
एफआईआर दर्ज
मानिकपुर पुलिस चौकी प्रभारी प्रहलाद राठौर ने बताया कि गणेश्वर बेहरा की ओर से इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस पर जितेंद्र रत्नाकर और कई लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
दुसरे राज्य से मजदूर लाने पर बवाल
बता दें कि, घटना के दौरान यहां जमकर बवाल हुआ था और स्थानीय लोगों की ओर से कलिंगा कंपनी पर आरोप लगाए गए थे कि वह बाहर से मजदूरों को ला रही है और हमारी उपेक्षा कर रही है। जबकि कंपनी का तर्क है कि रोजगार के अधिकार के अंतर्गत देश का नागरिक किसी भी हिस्से में जाकर कामकाज का सकता है और इस बारे में उसे किसी प्रकार की चुनौती नहीं दी जा सकती।
कई दफा विरोध कर चुके है भू-विस्थापित
कलिंगा से पहले एनएसपीएल के सामने भी इस प्रकार की चुनौतियां मानिकपुर प्रोजेक्ट में काम करने के दौरान आ चुकी हैं। लेकिन यह पहला मौका है, जब ओडिशा की कंपनी ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने में दिलचस्पी ली है।
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