Baster News : बस्तर में जवानों पर डेंगू, मलेरिया का कहर, अब तक दो जवानों की मौत, कई चपेट में
Baster News : बस्तर में विषम परिस्थितियों में हथियारबंद हार्डकोर नक्सलियों को पटखनी देने वाले सुरक्षाबलों के जवान इन दिनों मलेरिया के प्रकोप से जूझ रहे हैं. दरअसल बस्तर में नक्सल मोर्चों पर दूरस्थ कैंपों में तैनात जवान मानसून के मौसम में इन दिनों मलेरिया की चपेट में आकर ईलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. इस साल के मानसून सीजन में अब तक दो जवानों की मौत भी हो चुकी है
बस्तर संभाग में लगातार मलेरिया से ग्रसित जवानों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके अलावा अब CRPF और पुलिस के अधिकारी भी मलेरिया की चपेट में आ रहे हैं. बस्तर में मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. संवेदनशील क्षेत्रों में नक्सलियों से लोहा ले रहे जवान मलेरिया से ग्रसित हो रहे हैं. अब तक कांकेर में तैनात बस्तर फाइटर के जवान और नारायणपुर में तैनात एसटीएफ जवान की मलेरिया से मौत हुई है बस्तर जिले में मौजूद STF कैम्प के 17 जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए थे, जिनका इलाज बस्तर के सरकारी अस्पताल में चल रहा था
जवानों को किया गया अलर्ट
बारिश के मौसम में बस्तर में तेजी से डेंगू और मलेरिया ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब जवानों को नक्सलियों के साथ-साथ इन दिनों गंभीर बीमारियों से भी लड़ना पड़ रहा है. खासकर घने जंगलों में बनाए गए अस्थाई पुलिस कैंपों में जवानों के ऊपर इस बीमारी के चपेट में आने का ज्यादा खतरा बना हुआ है. जवानों को हर दिन इन्हीं घने जंगलों में गश्ती पर जाना पड़ता है. बरसात के मौसम में भी ऑपरेशन मानसून जारी रहता है, ऐसे में इन इलाकों में पनपते मच्छरों से जवानों को काफी सावधान रहना पड़ता है.
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि डेंगू और मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संभाग के सभी कैंपों में जवानों को अलर्ट किया गया है. साथ ही इस बीमारी की चपेट में आने से बचने के लिए सावधानी बरतने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि इसके साथ पर्याप्त मात्रा में दवाइयों के साथ-साथ संसाधन भी पुलिस कैंपों में मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं.
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