Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ में स्कूल बैग में पिस्टल लेकर पहुंचा 8 वीं का छात्र, अन्य छात्रों को दिखाने लगा धौंस
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 8वीं का छात्र अपने बैग में देसी पिस्टल लेकर पहुंच गया। बताया जा रहा है कि छात्र अन्य छात्रों को धौंस दिखाने के लिए पिस्टल लेकर स्कूल पहुंचा था। जिसके बाद पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया। शिक्षकों ने उसके बैग की तलाशी कर पिस्टल बरामद कर और इसकी सूचना पुलिस को दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। सूचना के बाद सादे कपड़े में स्कूल पहुंची पुलिस बच्चे से पिस्टल के बारे में पूछाताछ की, जिसके बाद बच्चे ने खुलासा करते हुए कहा कि पिस्टल घर की आलमारी में रखी थी। उसने अपने दोस्तों को बताया था कि उसके घर में पिस्टल रखा है, लेकिन उसके दोस्तों ने उसकी बात यकीन नहीं की तो सबूत के तौर पर छात्र ने पिस्टल को स्कूल में लेकर चला गया।जांजगीर-चांपा। शहर के नामचीन स्कूलों में शुमार गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल जांजगीर में प्रबंधन उस समय सकते में आ गया जब आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे के बैग में देशी पिस्टल मिला। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। इस दौरान उक्त छात्र के घर से भी एक तलवार बरामद हुई। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इस संबंध में सिटी कोतवाली जांजगीर से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार 12 अगस्त को गुरुकुलं इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में एक छात्र के बैग में देशी पिस्टल मिलने की सूचना दर्ज कराई गई। इसके आधार पर पुलिस ने सादी वर्दी में उक्त बालक से पूछताछ की, तब उसने बताया कि उक्त हथियार को वह अपने पिता की आलमारी से लाया है। बालक ने यह भी बताया कि वह क्लास में अन्य बच्चों को उसे दिखाने ले गया था। उसके कथन के आधार पर पुलिस ने उसके परिजन आरोपी लखेश्वर उर्फ कल्लू उम्र 45 वर्ष और लालू पिता आनंदराम उम्र 35 वर्ष से पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने उक्त हथियार को वासुकीनाथ बोलबम से खरीदकर लाना बताया। इसके साथ उन्होंने एक तलवार लाने की जानकारी दी। पुलिस ने उनके कब्जे से तलवार को भी जब्त किया। पुलिस ने स्कूल का भी नजरी नक्शा तैयार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी केरारोड जांजगीर में होटल चलाते हैं। दोनों आरोपियों को अपराध क्रमांक 659/24 धारा 25 आर्म्स एक्ट 3 (5) बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया गया। वहीं बालक को पृथक से किशोर न्यायालय जांजगीर में प्रस्तुत किया गया, उसे बाल संप्रेक्षण गृह कोरबा भेजा गया।
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