महतारी वंदन योजना से कंचन कुमेटी को मिला रहा आर्थिक सहायता
बच्चों के पालन पोषण एवं पढ़ाई में कर रही उपयोग
नारायणपुर, 23 अगस्त 2024// प्रदेश मे महिलाओ के आर्थिक स्वावलंबन तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत् सुधार तथा परिवार मे उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने हेतु, समाज मे महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता एवं जागरूकता की कमी को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना लागू किया गया, जिसके अंतर्गत पात्र विवाहित, विधवा एवं परित्यक्ता महिलाओ को
प्रतिमाह 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
जिसके तहत् विकासखण्ड ओरछा अंतर्गत ग्राम पंचायत कुंदला की श्रीमती कंचन कुमेटी, पति स्व. मंगत कुमेटी, उम्र 29 वर्ष बताती है कि मेरा विवाह सन् 2017 में अबूझमाड के ग्राम पालाहुड में श्री मंगत कुमेटी के साथ हुआ था। विवाह उपरान्त हमारा खुशहाल परिवार था। हमारे तीन बच्चें है। बडी बेटी कुमारी कौश्ल्या कुमेटी जो की 7 वर्ष की है जो कक्षा प्राथमिक शाला कुंदला में कक्षा दूसरी में पढ रही है और छोटी बेटी कुमारी दिव्यानी कुमेटी जो की 4 वर्ष की हैं और आंगनबाडी कुंदला में जा रही है तथा तीसरा बेटा विशान्त कुमेटी 2 वर्ष 6 माह का है। कोरोना काल के बाद 2021 से मेरे पति की तबीयत ज्यादातर समय खराब ही रहती थी, जिससे हमे आर्थिक परेशानियों का सामाना करना पड़ता था। लम्बे समय से बीमारी के बाद मेरे पति की मृत्यु 2 वर्ष पहले 2023 में हुआ है। मेरे पति के मृत्यु के बाद ससुराल में मेरे एवं मेरे बच्चों को देखरेख एवं सहारा देने के लिए कोई नही था, जिससे हमारे परिवार को कठिनाईयों के दौर से गुजरना पड़ा और मै मेरे तीनों बच्चों को लेकर अपने मायके अबूझमाड के ग्राम कुंदला में मेरे माता पिता के घर आ गयी। मेरे पति के मृत्यु के बाद मै पूरी तरह से असहाय हो गयी थी। मेरे तीन बच्चों के पालन-पोषण करने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड रहा था। बच्चे के पढ़ाई हेतु कॉपी-पुस्तक नही खरीद पा रही थी, जिससे बच्चों की पढ़ाई में गहरा असर पड रहा था। मेंरी तबीयत भी खराब रहने लगी थी, जिससे मै कमजोर हो गयी थी और जीविकोपार्जन करने में अक्षम थी। इसलीए मेरे पास इलाज के लिए पर्याप्त राशि नही रहती थी। जैसे तैसे मजदुरी कर मै अपना एवं अपने तीन बच्चों का पालन-पोषण कर रही थी। जिससे कभी-कभी मेरे मन में गलत खयाल आने लगा था। परन्तु बच्चों के देखते हुए कुछ नही कर पाती थी।
अभी पिछले 6 माह से मुझे महतारी वंदन योजना के तहत् नियमित प्रतिमाह 1000 रूपये की राशि मेरे खाते में आ रहा है। इस राशि से मै अपने लिए दवाई की व्यवस्था कर पाती हुं एवं बच्चों के पालन-पोषण एवं पढ़ाई में सहायोग मिलता है। इस राशि से मेरे बच्चों के लिए मै नये कपडे खरीद पाई हुॅ और अभी घर की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आ रहा है, जिसके लिए मै छत्तीसगढ़ शासन का धन्यवाद करती हॅु।