पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड की जांच SIT करेगी,बैंक खाते होंगे सीज
बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की जाचं एसआईटी द्वारा की जाएगी। इसकी घोषणा गृहमंत्री विजय शर्मा ने की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि आरोपियों के बैक खाते सीज कराए जाएंगे। उनके अवैध कंस्ट्रक्शन पर भी कार्रवाई होगी।
इसके साथ ही गृहमंत्री ने कहा है कि इस मामले में 3 से 4 हफ्तों में चालान पेश करने के लिए कहा गया है। इस केस की स्पीड ट्रायल कराई जाएगी। उन्होंने कहा है कि हत्याकांड का मुख्य सरगना कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर है। वह कांग्रेस का पदाधिकारी भी है। कई कांग्रेस नेता इस हत्याकांड में शामिल हैं।
एक जनवरी को घर से निकले
पत्रकार चंद्राकर मुकेश चंद्रकार बीजापुर में पिछले कई सालों से पत्रकारिता कर रहे थे। वे 1 जनवरी की शाम टी-शर्ट और शॉर्ट्स में ही घर से बाहर निकले थे। कुछ देर के बाद उनका फोन बंद हो गया। जब रात तक घर नहीं लौटे तो उनके भाई और पत्रकार युकेश चंद्रकार ने करीबियों के घर, शहर में अलग-अलग जगह पता लगाया, लेकिन मुकेश चंद्राकर की कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद भाई युकेश चंद्रकार ने पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
ठेकेदार के कैंपस में मिला शव
शुक्रवार दोपहर मुकेश की लाश एक ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में सेप्टिक टैंक के अंदर मिली। लाश काफी फूल चुकी थी, उनके कपड़ों से पहचान की गई है। दरअसल, 120 करोड़ की लागत से नेलशनार, कुडोली, मिरतुर की सड़क बनी है। करीब 5 से 6 दिन पहले मुकेश ने रायपुर से आए अपने एक साथी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था। इसी बात से ठेकेदार और उसके परिवार के सदस्य इनसे खफा थे।