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छत्तीसगढ़ के इस जिलें में बनेगा प्रदेश का दूसरा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, प्रस्ताव को मिली हरी झंडी

छत्तीसगढ़ के दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुरूप क्रिकेट ग्राउंड के रूप में डेवलप किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। जिला प्रशासन के बाद राज्य शासन ने भी इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हरी झंडी दे दी है। इसके बाद कलेक्टर ने भी जमीन के हस्तांतरण से संबंधित फाइल भी शासन को भेज दी है।

बीसीसीआई को 33 साल के लीज पर
रविशंकर स्टेडियम और इसके आसपास के 22 एकड़ जमीन चिन्हित कर बीसीसीआई को 33 साल के लीज पर देने का फैसला किया गया है। बीसीसीआई यहां पुराने व जर्जर स्टेडियम सहित तमाम अनुपयोगी स्ट्रक्चर को डिस्मेंटल कर इंटरनेशनल स्टैंडर्स के अनुरूप जरूरी निर्माण खुद कराएगा। रविशंकर स्टेडियम करीब 45 साल पुराना है और जर्जर होकर लगभग अनुपयोगी हो गया है। लंबे समय से उपेक्षित स्टेडियम अब कोई भी बड़े आयोजन की स्थिति में नहीं है।

राजधानी रायपुर के परसदा स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय व आईपीएल के मैच पहले से ही खेले जा रहे हैं। राजधानी रायपुर के स्टेडियम का निर्माण राज्य शासन ने किया है, इसलिए अधिकतर मामलों में बीसीसीआई को शासन पर निर्भर रहना पड़ता है। खुद के निर्माण से यह बाध्यता नहीं रहेगी।

सीएम से मिले BCCI उपाध्यक्ष
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला पिछले दिनों रायपुर पहुंचे थे। उन्होंने सीएम विष्णुदेव साय से मुलाकात कर इस सिलसिले में चर्चा की। उन्होंने रविशंकर स्टेडियम के डेवलपमेंट के प्रस्ताव की जानकारी देकर जल्द हस्तांतरण का निवेदन किया। इस पर सीएम साय ने स्टेडियम के हस्तांतरण पर सहमति देते हुए संबंधितों को निर्देश दिए। स्टेडियम की स्थिति को देखते हुए बीसीसीआई ने स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के माध्यम से जिला क्रीड़ागण समिति के समक्ष स्टेडियम को लीज पर दिए जाने और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुसार डेवलप करने का प्रस्ताव रखा था। जिस पर विधायक गजेंद्र यादव की पहल पर जिला समिति ने स्टेडियम को 33 साल के लीज पर देने का फैसला किया था। इसके बाद सर्वे कर रविशंकर स्टेडियम और इसके आसपास के 22 एकड़ जमीन चिन्हित किया गया। बीसीसीआई की एक्सपर्ट टीम भी रविशंकर स्टेडियम और प्रस्तावित क्षेत्र का अवलोकन कर लौट गई है।

स्टेडियम का निर्माण व किस तरह की सुविधाएं होगी, इसका प्लान अभी तैयार नहीं हुआ है , लेकिन स्टेडियम के अलावा परिसर में सभी खेलों की सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है। बीसीसीआई कार्यालय, प्रवेश द्वार, हॉस्टल, प्रैक्टिस एरिया सहित अन्य निर्माण करेगा। इसके अलावा बास्केट बाल, बैडमिंटन व अन्य खेलों के लिए भी जगह निर्धारित किए जाएंगे। इस तरह से स्टेडियम का कायाकल्प होगा। सारी जरूरी सुविधाएं होंगी। जिसका पूरा लाभ जिले की खेल प्रतिभाओं को मिलेगा।

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