शहर से देहात तक हाड़ कंपा देने वाली ठंड : मैदानी क्षेत्रों में सर्द हवाओं से ठिठुर रहे लोग, बढ़ गए मौसमी बीमारियों के मरीज
केशव पाल @ तिल्दा-नेवरा | शहर से लेकर देहात तक हाड़ कंपा देने वाली ठंड की चपेट में है। सर्दी के सितम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी हैं। ठंड से बचने लोग तरह-तरह के उपाय कर रहें हैं। सड़कों पर खुले आसमान के नीचे रहने वाले लोगों के लिए सर्दी सितम बनकर कहर बरपा रही है। राजधानी के आउटर मैदानी क्षेत्रों में ठंड कुछ ज्यादा ही महसूस की जा रही है। उल्लेखनीय है कि, कुछ दिन से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दर्ज की जा रही गिरावट के चलते ठंड का असर बढ़ गया है। वहीं दूसरी ओर ठंडी हवाओं से भी ठिठुरन बढ़ गई है। लिहाजा ठंड से बचने लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। अनेक जगहों पर अलाव जलाए जा रहे हैं लेकिन रात में ठंड से बचाने यह भी ऊंट के मुंह में जीरे के समान साबित हो रही हैं। ठंड और शीतलहर की चपेट में आने से गांव से लेकर शहर तक ठिठुर रहा है। सुबह से चल रही शीतलहर का कहर देर रात तक चल रहा है। सर्द हवाओं ने कंपकंपी बढ़ा दी है। नमी युक्त हवा आने के कारण तापमान में गिरावट आई है। ठिठुरन से बचने लोग घर में ही रहने को मजबूर हैं।
ठंडी हवाएं चलने से एक बार फिर बढ़ गई कंपकंपी
ठंड के एक बार फिर जोर पकड़ने से फिजा पर ठंडक घुल गई है। ठंडी हवाएं चल रही है। लिहाजा कंपकपी भी बढ़ गई है। सुबह-शाम लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। रात के समय ठंड ज्यादा महसूस होने लगी है। सुबह को भी ठंड से ठिठुरन बढ़ गई है। कंपकंपी बढ़ने से ठंड का अहसास अब शरीर को चुभने लगा है। खासकर सुबह के समय काम पर जाने वाले नौकरीपेशा वाले लोगों व मजदूरों को इससे ज्यादा परेशानी हो रही है। वहीं शाम को घर लौटते समय भी ठंड से उन्हें दो-चार होना पड़ रहा है। ठंड के बढ़ने से दिन ठिठुर रहा है वहीं रातें भी ठंडी हो गई है। शाम होते ही लोग ठंड से कांप जा रहे है। राजधानी रायपुर के आउटर इलाकों में भी सर्द हवाओं से लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है। दिन का तापमान कम हो गया है। ठंड से बचने लोग दिन में गुनगुनी धूप सेंक रहे हैं। वहीं इधर, प्रदेश के कई इलाकों में शीतलहर जैसी स्थिति भी देखी जा रही है।
मौसमी बीमारी सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज बढ़ गए
ठंड से बचने जगह-जगह अलाव जल रही है। शॉल, स्वेटर, कंबल आदि गर्म कपड़ें ओढ़कर लोग बाहर निकल रहें हैं। नम हवाओं से लोग ठिठुरते हुए सफर कर रहें हैं। वहीं शाम होने के बाद सड़कों में भीड़भाड़ भी कम हो गई है। मौसम का रूख बदलने से एक बार फिर ठंड ने अपना करवट बदल दिया है। अचानक ठंड बढ़ने से मौसमी बीमारियों ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सर्द बढ़ने से अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार आदि के मरीज भी बढ़ गए हैं। ऐसे में चिकित्सक भी बीमारियों से बचने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।