तोड़ाई को डेढ़ महीने बाद भी अब तक नहीं हुआ तेंदूपत्ता संग्राहकों का करोड़ो का भुगतान, तंगी से गुजर रहे है लाखों परिवार

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में तेंदूपत्ता संग्राहक अपने भुगतान के लिए दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं. तेंदुपत्ता तोड़ाई किए डेढ़ महीना बीतने को है लेकिन हितग्राहियों को अब तक भुगतान नहीं हुआ है अकेले कांकेर जिले में तेंदूपत्ता संग्राहकों का तोड़ाई को डेढ़ महीने बीत जाने के बाद लगभग 80 करोड़ का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है भुगतान नहीं मिलने से हितग्राहियों को खेती-किसानी के साथ साथ तंगी आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा हैं. आक्रोशित हितग्राही नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर गए है. जल्द भुगतान नही मिलने पर वे उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दे रहे हैं
बता दे कि वर्तमान में खेती किसानी का समय है, खेत के लिए खाद और बीज जैसे अन्य सामग्री खरीदने के लिए पैसों की जरूरत है. इसके अलावा बच्चों के दाखिला का भी समय है, ऐसे में पैसों की सख्त जरुरत है. तेंदूपत्ता को हरा सोना के नाम से छत्तीसगढ़ में पहचाना जाता है. वनाँचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों के लिए तेंदूपत्ता सोने से कम नही हैं. वे तपती धूप में कड़ी मेहनत कर इसका संग्रहण करते हैं. खास बात यह है कि इस तेंदूपत्ते की तोड़ाई के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पूरा परिवार जुटता है. ऐसे में उन्हें समय पर भुगतान नहीं मिलने पर वे परेशान हो रहे हैं.
जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण से जुड़े आंकड़े
कांकेर जिले में 3 जिला यूनियन है, जहां तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है.जिले में 104 समिति है जहां इस साल एक लाख 81 हजार 503 मानक बोरा तेंदूपत्ता का कलेक्शन हुआ है. इसकी राशि लगभग 99 करोड़ 82 लाख रुपए बनती है, 94 हजार से ज्यादा हितग्राही परिवारों ने संग्रहण का काम किया. इसका भुगतान पूरी तरह ऑनलाइन है कहीं नगद नहीं है.
जल्द हो जाऐगा भुगतान
वहीं कांकेर CCF दिलराज प्रभाकर का कहना है कि 14 हजार 448 हितग्राहियों का भुगतान हो चुका है. ये लगभग 19 करोड़ 22 लाख है. 2-3 हफ्ते में बाकी हितग्राहियों का भी भुगतान हो जाएगा. उनके खाते में पैसे चले जाएंगे
गर्लफ्रेंड को गिफ्ट, फैक्ट्री , लाखों की हवाई यात्रा, करोड़ो की प्रापर्टी, चार्जशीट में हुए खुलासे