Chhattisgarh : कोर्ट ने दोनों नन की जमानत याचिका की खारिज, 8 अगस्त तक रिमांड पर भेजा

Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो ननों की गिरफ्तारी को लेकर सियासी पारा गरम है, इसी बीच दोनों नन को दुर्ग कोर्ट में पेश किया गया. जहां न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी दुर्ग के द्वारा दोनों की जमानत आवेदन खारिज कर दिया.
बता दे कि दुर्ग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार दोनों नन को 29 जुलाई को दुर्ग कोर्ट में पेश किया गया. जहां न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी दुर्ग के द्वारा दोनों की जमानत आवेदन खारिज कर दिया. इस दौरान न्यायाधीश ने कहा कि – गंभीर प्रकृति के आरोप है जिसके कारण इन्हें जमानत नहीं दी जा सकती है. जहां उन्हें 8 अगस्त तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.
5 सदस्यों का डेलीगेट पहुंचा दुर्ग जेल
29 जुलाई को INDI गठबंधन के 4 सांसद और केरल के एक MLA रायपुर पहुंचे थे. फिर रायपुर से 5 सदस्यों का डेलीगेट दुर्ग जेल पहुंचा, जहां गिरफ्तार की गई दोनों ननों को रखा गया है. दोनों ननों से मुलाकात के पहले दुर्ग जेल में भी जमकर बवाल हुआ. इसकी जानकारी मिलते ही पूर्व CM भूपेश बघेल ने दखल की, जिसके बाद मामला शांत हुआ.
सांसदों ने की CM साय से मुलाकात
वहीं 5 सदस्यों के डेलीगेट ने कल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मंत्रालय में मुलाकात की. उन्होंने साय से राज्य में हाल ही में चर्चा में आए धर्मांतरण प्रकरण की जानकारी साझा की. इस पर सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय और समरसता में विश्वास रखने वाला प्रदेश है, जहां सभी धर्मों के लोग सौहार्द्र से रहते हैं. मुख्यमंत्री ने सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मामले की जांच न्यायिक प्रक्रिया के तहत हो रही है. कानून स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रहा है.
जाने पूरा मामला?
मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है. 25 जुलाई 2025 को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक ने छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
2 नन की गिरफ्तारी से मचा है सियासी बवाल
दुर्ग में GRP द्वारा गिरफ्तार की गईं दोनों नन मलयाली हैं. वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं. दोनों की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बवाल मच गया है. इस मामले में केरल के CM पिनाराई विजयन ने दोनों नन की रिहाई के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वहीं, AICC महासचिव ने वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इसके अलावा 28 जुलाई को लोकसभा के बाहर इसे लेकर UDF के सांसदों ने विरोध किया. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.