रेत माफिया से 10 लाख रुपये की डील !….ऑडियो एडिटेड है तो अब तक एफआईआर क्यो नहीं ? दाल में काला नही पूरी दाल काली – भाजपा

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ विधानसभा से कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश कुछ दिनों से चर्चा में बनी हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि, हाल ही में विधायक शेषराज हरबंश का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ था। इस ऑडियो में विधायक को रेत माफिया से 10 लाख रुपये की डील करते हुए सुने जा रहे हैं। कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश ने इस ऑडियो को एडिटेड बताया है। वहीं इस ऑडियो के वायरल होने के बाद से भाजपा लगातार कांग्रेस और विधायक शेषराज हरबंश पर निशाना साध रही है।
वायरल ऑडियो को लेकर BJP ने प्रेस कांफ्रेंस की
भाजपा के जिलाध्यक्ष अम्बेश जांगड़े वायरल ऑडियो को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा जिला अध्यक्ष अम्बेश जांगड़े ने कहा कि, अगर विधायक को लगता है वीडियो एडिटेड है, तो उन्हें एफआईआर करवानी चाहिए, लेकिन उन्होंने अब तक इस मामले में एफआईआर नहीं करवाई है। भाजपा जिला अध्यक्ष ने आगे कहा कि, बीजेपी ने मामले में जांच के लिए सरकार से जांच टीम गठित करने की मांग की है।
जाने क्या है पूरा मामला
दरअसल पामगढ़ विधायक विधायक शेषराज हरबंश का एक ऑडियो वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में वे कांग्रेस कार्यकर्ता से रेत खनन और परिवहन के साथ-साथ कलेक्टर-SDM को पैसे देने की बात की जा रही है. विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए ऑडियो को AI जनरेटेड बताया. इसके साथ ही FIR की बात कही है.
रेत खनन के लिए 10 लाख की डील
अवैध रेत तस्करी के लिए 10 लाख रूपए के लेनदेन को लेकर पामगढ़ विधायक शेषराज हरबंश का ऑडियो वायरल हो रहा है. वहीं इस वायरल ऑडियो को लेकर पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश ने की पीसी की. उन्होंने कहा कि AI से एडिट कर ऑडियो वायरल की गई है. मेरी छवि धूमिल करने भू-माफियाओं ने साजिश रची है. सरकारी जमीन के खरीद-बिक्री पर रोक लगाने की वजह से मुझे बदनाम किया जा रहा है. मैंने माफियाओं के पैसे और जमीन का ऑफर को भी ठुकराया था. 6 में से 1 ही ऑडियो मेरा है. चालान कि राशि कम कराने के लिए मैने कहा था. इस ऑडियो के सत्यता की जांच होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वायरल ऑडियो को लेकर पुलिस में FIR कराउंगी.
शेषराज हरबंश बोली 2024 का है ऑडियो
मामले में विधायक शेषराज हरबंश का कहना है कि यह ऑडियो साल 2024 का है जिसे एडिट कर चलाया जा रहा है. उनका कहना है कि उनके क्षेत्र की कुछ जमीन दलाल साल 2024 में रेत का काम कर रहे थे. इस दौरान एक गाड़ी पकड़े थी इसके चालान के बदले में उन्होंने एक स्थानीय व्यक्ति से बातचीत की थी जिसे ही तोड़ मरोड़कर सोशल मीडिया में पेश किया जा रहा है.

ऑडियो के सामने आने के बाद विधायक ने सफाई देते हुए 17 मिनट का एक वीडियो जारी किया है। कथित ऑडियो में जिस रेत माफिया रोशन का नाम सामने आया है उसी रोशन से विधायक बिलासपुर के राजकिशोर नगर स्थित अपने निवास में बात करते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं।
वीडियो में रोशन कहते सुने जा रहे हैं कि राजेश भारद्वाज पामगढ़ तहसील में मिला था मरवा दूंगा बोला था। रोशन यह भी कहता नजर आ रहा है कि वह विधायक के साथ मिलकर ज़मीन के एक मामले में लगे हुए हैं। साथ ही चालान पटवाने और चालान की राशि कम कराने के लिए विधायक से मिलने की बात करता है। दूसरी ओर पामगढ़ के कांग्रेस नेता राजेश भारद्वाज जिन पर ऑडियो वायरल करने का आरोप विधायक ने लगाया है उन्होंने जांजगीर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वायरल ऑडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है। यदि विधायक और रोशन के बीच बातचीत हुई है तो वे खुद जानें उनका इससे कोई संबंध नहीं है।

श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं पामगढ़ विधायक और रेत माफिया के वायरल ऑडियो पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है. बीजेपी की सरकार है, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में रेत खनन माफिया कोल माफिया को समाप्त कर दिया गया है, जो ऑडियो वायरल हो रहा है वो दुर्भाग्य जनक है, कांग्रेस के समय राज्य की संपदा को लूटने का अभियान चला कर लूटा गया. ये समझना चाहिए बीजेपी की सरकार है, इस प्रकार राज्य की संपदा को लूटने का जो भी दुस्साहस करेगा, उसे छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है.