ननकी राम कंवर ने खुद की सरकार पर उठाए सवाल, बोले- ‘ऐसा रवैया रहा तो मैं भंग कराऊंगा सरकार’…आश्वासन के बाद धरने से हटे पीछे

छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावती रुख अख्तियार कर लिया है। वे रायपुर में मुख्यमंत्री निवास के सामने कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को हटाने की मांग को लेकर धरना देने जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया।
क्या है मामला
ननकी राम कंवर का आरोप है कि कोरबा कलेक्टर ने बिना उचित मुआवजा दिए हजारों घर तोड़ दिए। उन्होंने पूछा, ‘ऐसे कलेक्टर को क्यों बर्दाश्त किया जाए? ऐसा मुख्यमंत्री प्रदेश का क्या भला करेगा?’ कंवर ने साफ कहा कि अगर सरकार का रवैया इसी तरह रहा तो वे सरकार भंग कराएंगे।
धरने से पहले ही नजरबंद
शुक्रवार की रात रायपुर पहुंचे ननकी राम कंवर शनिवार सुबह जैसे ही प्रदर्शन के लिए जाने लगे, पुलिस ने उन्हें आमानाका थाना के गहोई भवन में नजरबंद कर लिया। उनके साथ कोरबा के ग्रामीण और समर्थक भी रायपुर पहुंचे थे।
कांग्रेस ने दिया समर्थन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने ननकी राम के प्रदर्शन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जब वरिष्ठ बीजेपी नेता की आवाज तक नहीं सुनी जा रही, तो आम जनता के साथ क्या हो रहा होगा? दीपक बैज ने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे ननकी राम कंवर को बुलाकर उनकी बात सुनें और सम्मान दें।
ननकीराम कंवर जी ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया है। pic.twitter.com/x6I4N0H7JV
— Deepak Baij (@DeepakBaijINC) October 4, 2025
ननकी राम कंवर का बड़ा बयान
ननकी राम ने मीडिया से कहा, ‘अगर मेरी नहीं मानी गई तो जनता अगली बार बीजेपी को सिर्फ 10 सीटों पर सिमटा देगी। मैं नहीं, जनता कह रही है।’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘ननकी राम को रोकने वाला अभी पैदा नहीं हुआ।’
बीजेपी में घमासान तेज है और पार्टी के अंदर से ही सरकार के खिलाफ तेवर दिखने लगे हैं। कांग्रेस ने भी ननकी राम के धरने को समर्थन देकर सियासत को और गर्मा दिया है। अब देखना होगा कि सरकार इस बगावती सुर का किस तरह जवाब देती है।
आश्वासन के बाद धरने से पीछे हटे
वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने रायपुर में प्रस्तावित धरने को स्थगित करने की घोषणा कर दी। यह फैसला उन्होंने तब लिया जब खुद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने उनसे बातचीत कर उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। सुबह ननकीराम कंवर जब धरने के लिए निकलने वाले थे, उससे पहले ही उन्हें पुलिस ने नजरबंद कर लिया था। इस बीच दिनभर चली हलचलों के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वयं ननकीराम कंवर से फोन पर बातचीत की।