कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू पर 42 लाख रुपये गबन का आरोप, भाजपा ने की गिरफ्तारी की मांग

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। इस बार उन पर आरोप है कि उन्होंने धान खरीदी केंद्र में मैनेजर रहते हुए वर्ष 2015 से 2025 के बीच 42 लाख 78 हजार रुपये की अवैध निकासी की। आरोपों के मुताबिक, साहू ने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर किसानों के बैंक खातों से रकम निकालने के लिए फर्जी हस्ताक्षर और ब्लैंक चेक का इस्तेमाल किया।
किसानों के पैसों पर डाका
यह मामला ग्राम फरसापाली का बताया जा रहा है, जहां किसानों के नाम से संचालित खातों से रकम निकालकर आर्थिक गबन करने का आरोप है। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस कृत्य से कई किसान आर्थिक रूप से बर्बाद हो गए हैं।
भाजपा का तीखा हमला
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा ने कहा,
“यह कोई साधारण गलती नहीं, बल्कि सुनियोजित भ्रष्टाचार और अपराध का चरम उदाहरण है। विधायक जांच से बचने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि पुलिस के पास गवाहों और दस्तावेजी सबूत दोनों मौजूद हैं।”
भाजपा नेताओं ने विधायक बालेश्वर साहू की तत्काल गिरफ्तारी और विधायक पद से बर्खास्तगी की मांग की है।
विवादों से पुराना रिश्ता
यह पहला मौका नहीं है जब साहू विवादों में फंसे हों। इससे पहले एक किसान परिवार से मारपीट के मामले में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। पिछले वर्ष भी उनके खिलाफ पड़ोसी से विवाद और मारपीट का मामला दर्ज हुआ था।
भाजपा का ज्ञापन, जांच की मांग
इस नए घोटाले के सामने आने के बाद जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले की भाजपा इकाइयां सक्रिय हो गई हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित वरिष्ठ नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए कहा,
“इस मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है। यदि जांच आगे बढ़ती है, तो विधायक के खिलाफ और भी कई भ्रष्टाचार के मामले सामने आ सकते हैं।”