सरकार का बड़ा फैसला : विधायक की जान बचाने वाले आरक्षक अरुण सिंह भदौरिया को पदोन्नति और नकद पुरस्कार

MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा विधायक मधु वर्मा को हार्ट अटैक आने पर सुरक्षा में तैनात एमपी पुलिस के सशस्त्र बल के आरक्षक अरुण सिंह भदौरिया ने उन्हें समय पर सीपीआर देकर विधायक की जान बचाई थी. जिसके बाद से ही उनकी इस बहादुरी को काफी सराहा गया था. सीएम मोहन यादव ने भी उनकी इस बहादुरी की तारीफ की थी.
आरक्षक की इस बहादुरी को लेकर आज कैबिनेट बैठक में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सीएम मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक में विधायक मधु वर्मा की जान बचाने पर आरक्षक अरुण सिंह भदौरिया को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने का निर्देश दिया है.
प्रधान आरक्षक के पद पर किया प्रमोट
अरुण सिंह भदौरिया एमपी पुलिस के सशस्त्र बल के आरक्षक हैं. सीएम के निर्देश के बाद अब उन्हें प्रधान आरक्षक बना दिया गया है. वह पिछले 25 साल से प्रदेश में पुलिस सेवा में हैं. 2016 से प्रमोशन पर रोक लगी हुई होने के कारण उनका प्रमोशन नहीं हो रहा था. उन्हें कार्यवाहक प्रधान आरक्षक पहले बना दिया गया था. लेकिन अब अरुण को प्रधान आरक्षक के पद पर सीधे प्रमोट कर दिया गया है.
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विधायक से मिलने पर आरक्षक से की थी सीएम ने मुलाकात
इंदौर के राऊ से भाजपा विधायक मधु वर्मा का हाल जानने जब मुख्यमंत्री मोहन यादव अस्पताल पहुंचे और उन्हें सिपाही की इस बहादुरी की जानकारी मिली, तो एसएएफ के सिपाही अरुण सिंह भदौरिया को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार और आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने की घोषणा कर दी.
कुर्सी पर बेहोश हो गए थे विधायक मधु वर्मा
जानकारी के मुताबिक, 24 सितंबर की सुबह विधायक मधु वर्मा अपने इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं और नागरिकों से मुलाकात कर रहे थे. इसी दौरान करीब 9:30 बजे अचानक उनके सीने में दर्द उठा और वे कुर्सी पर ही बेहोश हो गए. जिसके बाद मौके पर मौजूद एसएएफ के सिपाही अरुण सिंह भदौरिया और गार्ड महेश तुरंत सक्रिय हो गए. अरुण ने विधायक के पीए भानु हार्डिया को कार तैयार करने को कहा और खुद आरक्षक ने बिना देर किए सीपीआर देना शुरू कर दिया.
सीपीआर के बाद उन्होंने विधायक को तुरंत कार में बैठाया और आईटी पार्क चौराहे से रॉन्ग साइड रास्ते से होते हुए महज सात मिनट में ज्यूपिटर अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों ने तत्काल उपचार शुरू किया, जिससे विधायक की जान बच गई. होश में आने पर मधु वर्मा ने सिपाही की बहादुरी और त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया.