बिरनपुर हिंसा केस : सीबीआई कोर्ट में सुनवाई पूरी, 19 नवंबर को ऐतिहासिक फैसला

बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव की बहुचर्चित सांप्रदायिक हिंसा मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनवाई प्रक्रिया पूरी कर ली है। लगभग ढाई साल बाद, इस संवेदनशील मामले में पहली बार गवाह पेश हुए। अब सभी की नजरें 19 नवंबर 2025 को आने वाले कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।
8 अप्रैल 2023 को बिरनपुर गांव में दो बच्चों के झगड़े ने सांप्रदायिक रूप ले लिया। देखते ही देखते मामला हिंदू-मुस्लिम समुदाय में हिंसा में बदल गया। इसमें साजा विधायक ईश्वर साहू के बेटे भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई। जवाब में हुई हिंसा के दौरान मुस्लिम समुदाय के रहीम और उनके बेटे ईदुल मोहम्मद की भी जान गई। घटना के बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर गांव में कर्फ्यू लगा दिया।
सीबीआई जांच और नया मोड़
राज्य सरकार ने गंभीरता देखते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। एजेंसी ने अप्रैल 2024 में जांच शुरू की और सितंबर 2025 में चार्जशीट दाखिल की। सीबीआई ने अदालत में दायर आवेदन में जांच के दौरान नए साक्ष्य और छह नए आरोपियों के नाम पेश किए। विशेष अदालत में बहस के बाद फैसला सुरक्षित रखा गया है, जो 19 नवंबर को घोषित किया जाएगा।
क्या कहना है पक्षों का
सीबीआई ने धाराएं बढ़ाने और कानूनी जांच को व्यापक करने की मांगी है, वहीं बचाव पक्ष इसका विरोध कर रहा है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने निर्णय सुरक्षित रखा है।
ढाई साल बाद भी बिरनपुर के लोग इस केस को लेकर संवेदनशील हैं। सबकी निगाहें सीबीआई कोर्ट के फैसले पर हैं, जिससे तय होगा कि नए आरोपियों पर आगे कार्रवाई होगी या केस पुरानी धाराओं पर ही चलेगा।






