भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि इस सृष्टि के वही रचयिता हैं, चार वर्ण भगवान ने ही बनाए हैं – स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज
रायपुर । आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर ज्योतिष्ठपीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने विपरीत टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। स्वामी का कहना है कि बहुत अनुभवी और इतने बड़े संगठन के नेता ने किस अनुसंधान के तहत यह बयान दिया, इस पर वे कुछ नहीं कहना चाहते। ऐसा कभी नहीं सुना कि पंडितों ने जाति वर्ण की व्यवस्था की। भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि इस सृष्टि के वही रचयिता हैं, चार वर्ण भगवान ने ही बनाए हैं, सृष्टि का संचालन परमात्मा ही करते हैं। सभी जाति, वर्ग विशेष का अपना महत्व है, कोई ऊंच-नीच, छोटा-बड़ा नहीं है। सभी के सहयोग से दुनिया चल रही है।
साधु-संतों का राजनीति में प्रवेश पर कहा कि युगों-युगों से राजगुरु, ऋषि-मुनि राज्य के बेहतर संचालन और जगत कल्याण के लिए राजा-महाराजा को सलाह देते आ रहे हैं। सलाह देना गलत नहीं है, साधु-संत सलाह दें लेकिन यदि स्वयं राजनीति में जाएं तो वे धर्म निरपेक्ष नहीं हो सकते।
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