आज का पंचांग: 2 दिसंबर को सर्वार्थ सिद्धि और अमृत योग का दुर्लभ संयोग! भौम प्रदोष व्रत की सही विधि जानें

आज 02 दिसंबर, 2025 मंगलवार, के दिन मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि है. भगवान विष्णु के द्वारा इस तिथि का नियंत्रण होता है. नई योजना बनाने और रणनीति विकसित करने, धन दान और उपवास करने के लिए यह अच्छा दिन माना जाता है. आज मोक्षदा एकादशी का पारण है. आज भौम प्रदोष व्रत भी है इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है.
2 दिसंबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2082
- मास : मार्गशीर्ष
- पक्ष : शुक्ल पक्ष द्वादशी
- दिन : मंगलवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष द्वादशी
- योग : वरियान
- नक्षत्र : अश्विनी
- करण : बव
- चंद्र राशि : मेष
- सूर्य राशि :वृश्चिक राशि
- सूर्योदय : सुबह 07:04 बजे
- सूर्यास्त : शाम 05:53 बजे
- चंद्रोदय :दोपहर 02.59 बजे
- चंद्रास्त : तड़के 04.53 बजे (3 दिसंबर)
- राहुकाल : 15:11 से 16:32
- यमगंड : 11:07 से 12:28
व्यापार और खरीदारी के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में रहेंगे. नक्षत्र गणना में अश्विनी पहला नक्षत्र है. इसका विस्तार मेष राशि में 0 से 13.2 डिग्री तक होता है. इसके देवता अश्विनी कुमार हैं, जो जुड़वा देवता हैं और देवताओं के चिकित्सक के रूप में प्रसिद्ध हैं. इसका स्वामी ग्रह केतु है. यह नक्षत्र यात्रा करने, हीलिंग, ज्वेलरी बनाने, अध्ययन की शुरुआत, वाहन खरीदने/बेचने के लिए अच्छा माना जाता है. नक्षत्र का वर्ण हल्का और तेज होता है. खेल, सजावट और ललित कला, व्यापार, खरीदारी, शारीरिक व्यायाम, गहने पहनने और निर्माण या व्यापार शुरू करने, शिक्षा और शिक्षण, दवाएं लेने, ऋण देने और लेने, धार्मिक गतिविधियों, विलासिता की वस्तुओं का आनंद लेने आदि कार्य भी इस नक्षत्र में किए जा सकते हैं.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 15:11 से 16:32 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.
