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‘होली के रंग में महंगाई का भंग’ : बम से उड़ेगा गुलाल, पिचकारी से निकलेगा संगीत, कार्टून कैरेक्टर का जलवा, छोटा भीम और मोटू पतलु आपकी जेब करेंगे ढीली

केशव पाल @ तिल्दा-नेवरा | रंगों का पर्व होली त्यौहार के लिए बाजार पूरी तरह सज गया है। दुकानों पर कई प्रकार के कलर, स्प्रे, गुलाल के गिफ्ट पैक व आकर्षक डिजाइन की पिचकारी टंगी हुई हैं। थोक व चिल्हर दुकानों में कई वैरायटी के धांसू आइटम पहुंचे हुए हैं। लेकिन इस बार भी इनके दामों में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। बिक्री कम होने से व्यापारी चिंतित हैं। आसपास के प्रमुख बाजारों के दुकानों पर होली के डिजाइनिंग और स्टाइलिश आइटम नजर आ रहे हैं। बाजारों में तोता, मुर्गा की मुखौटे सहित विभिन्न ब्रांड के अबीर, रंग, गुलाल व स्प्रे उतारे गए हैं। जो 400 रुपये तक उपलब्ध है। बच्चों व युवाओं को लुभाने के लिए गुलाल की पिचकारी, होली व्लास्ट, जेट थंडर, बंच आफ बैलून, आर्गेनिक गुलाल, हर्बल स्प्रे सहित आकर्षक आइटम उपलब्ध हैं। बाजार में बेहतर क्वालिटी के विभिन्न ब्रांड के कलर व स्प्रे आए हैं। रंग और गुलाल बरसाने वाली आतिशबाजी भी बाजार में मौजूद है। इनमें स्काई शॉट, कलर एंड गुलाल पटाखा खास हैं। इसके अलावा कलर कैप्सूल की भी भरमार है। हॉर्न पिचकारी, कार्टून पिचकारी, पीठ पर लादने वाली बैग पिचकारी बच्चों की खास पसंद बना हुआ है। इस साल कलर, गुलाल और पिचकारियों की रेट में बढ़ोतरी हुई है। वहीं ग्राहकों ने भी चीनी आइटमों से तौबा कर देसी सामान खरीद रहे हैं। इस बार भी पिचकारी से लेकर गुलाल तक के कीमतों में तेजी नजर आ रही है। रंगों पर भी महंगाई का रंग चढ़ा हुआ है। प्लास्टिक से बनी पिचकारियों के दाम सबसे अधिक बढ़े हैं। महंगाई से ग्राहक मायूस है वहीं व्यापारी भी बिक्री नहीं होने से चिंतित है।

रंग गुलाल और पिचकारियों तक के दामों में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी

इस बार रंग गुलाल से लेकर पिचकारियों तक के कीमतों में 20 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। खुला गुलाल 20 से 100 रुपये किलोग्राम, पैक गुलाल 10-20 रुपये, स्नो स्प्रे 20-100 रुपये, गुलाल मैजिक गन 100 रुपये, जेड स्प्रे 60-150 रुपये, हर्बल स्प्रे 120 रुपये, चार पैक में आर्गेनिक गुलाल 180 रुपये, बंच आफ वैलून 90 रूपये। दुकानों पर प्लास्टिक की सादा पिचकारी 50 से 300 रुपये, खिलौने वाली प्लास्टिक की पिचकारी 100 से 400 रुपये, स्टील की पिचकारी 300 से 500 रुपये, स्टील का फुब्बारा 300 से 800 रुपये तक की रेंज में मिल रहा है। पिचकारियां 10 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक की कीमत में उपलब्ध हैं। बाजार में बच्चों के लिए 5 रुपए से लेकर 800 रुपए तक की पिचकारी मिल रही है। इस बार दुकानदारों ने दुकानों को सड़कों की ओर स्टाल लगाकर उन पर तरह-तरह की वैरायटी के रंग, गुलाल व देसी पिचकारियों को सजाया है। जिसमें गुलाल, सेंटेड गुलाल, मखमल गुलाल, गोल्ड सिल्वर जैसे सूखे रंग भी उपलब्ध हैं। बाजार में हर जगह लाल, हरे, नीले, गुलाबी, पीले, नारंगी रंग के रंग व गुलाल दिख रहे हैं। होली में बालों को सुरक्षा देने के साथ ही नया लुक देने के लिए बालों को पसंद किया जा रहा है। वैसे बाजार में डोरेमन, छोटा भीम, मोटू पतलु, मारिओं के चित्र वाली पिचकारी भी मिल रही है। छोटे बच्चों के लिए फन फेयर, परशुराम का फरसा, ऊं त्रिशूल आकार, मिकी माउस, स्पाइडरमैन, प्रेशर गन आदि बिक रही हैं। पिचकारियों में कार्टून कैरेक्टर छाया हुआ है। छोटा भीम, छुटकी, डोरेमॉन, एंग्री बर्ड, बच्चों के बीच खास बने हुए हैं। इसके साथ ही बड़ी पिचकारियों में वाटर टैंक, ट्राली बैग, गन के साथ ही पारंपरिक अंदाज लिए पिचकारियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

चाइनीज सामानों से तौबा, देसी आइटमों की डिमांड ज्यादा

पिचकारियों, मुखौटों और विग के साथ ही रंग-बिरंगी टोपियां, चश्मा, प्रेशर हार्न, कलरफुल टीशर्ट, बालियां सहित विभिन्न प्रकार की एसेसरीज भी उपलब्ध है। डरावनी चुड़ैल, भूत-प्रेत वाली मुखौटे और बाल भी आ चुके हैं। मलिंगा बाल भी खूब बिक रहा है।
इसके साथ गुलाल गन, लड्डू गोपाल की पिचकारी, गुलाल गिफ्ट पैक, म्यूजिकल पिचकारी, गुलाल सिलेंडर, होली मास्क, मिक्की माउस वाटर टैंक, मुर्गा, वेलवेट, पीहू और शिवा के आइटम की डिमांड बहुत ज्यादा है। पांडा टैंक, राकेट लांचर, राफेल टैंक, स्पाइडर पप्जी, बेबी डॉल, मिकी माउस बाजार में एवलेबल है। होली के लिए मिलने वाले बाहुबली मास्क भी बच्चों को लुभा रहे हैं। वहीं लड़कियों को रंग-बिरंगे पंखों से सजे तितली, परी जैसे मास्क लुभा रहे हैं। पिचकारी बाजार में इस बार चाइनीज से दूर देसी आइटमों की ज्यादा डिमांड दिख रही है। रंगों में होने वाले कैमिकल की वजह से लोगों की पहली पंसद हर्बल रंग बना हुआ है। इसमें चंदन के साथ ही विभिन्न प्रकार के हर्बल से बने रंगों की मांग ज्यादा है। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के फूल व फलों की खुशबू वाले गुलाल भी अपनी खुशबू और चटख रंगों से दूर से ही लोगों को लुभा रहे हैं। एक व्यवसायी ने बताया कि इस बार सबसे ज्यादा हर्बल रंगों के साथ ही परफ्यूम वाले रंग और गुलाल की मांग है। इसी तरह लिक्विड वाले रंग भी होली को खास बनाएंगे।

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