उज्जैन दुष्कर्म कांड में हुआ बड़ा खुलासा
उज्जैन। 12 वर्षीय मासूम के साथ हुए दुष्कर्म कांड के मामले में पुलिस नई जानकारी सामने आई है। बच्ची सतना जिले की रहने वाली है और वहां के जैतवारा थाने में 25 सितंबर को उसकी गुमशुदगी दर्ज की गई है। इस मामले में कुल पांच आटो चालकों को हिरासत में लेकर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। बच्ची इन पांचों आटो चालकों के संपर्क में आई थी। सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हुई।
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि बच्ची गत सोमवार तड़के साढ़े तीन बजे बस से उज्जैन पहुंची थी। अभी तक की पड़ताल में यह सामने आया है कि वह अकेले ही थी। हालांकि इस बिंदु पर अभी और जांच की जा रही है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि सोमवार शाम को बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के समीप 12 वर्षीय बालिका लावारिस हालात में मिली थी। मासूम के कपड़े खून से सने थे। वह कुछ भी बताने में समर्थ नहीं थी। इलाज के लिए उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पांच डाक्टरों ने बालिका का उपचार किया था। जांच में सामने आया कि बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया है। देर रात मासूम की हालत खराब होने पर उसे उपचार के लिए इंदौर रेफर कर दिया गया था। चिकित्सकीय जांच में पता चला कि उसे अंदरूनी चोट है। उपचार के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर है।
फुटेज में दिखे आटो चालक, बच्ची को घुमाया
बालिका के साथ दुष्कर्म किए जाने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले थे। इस आधार पर पुलिस के हाथ एक आटो का नंबर मिला था। इस आधार पर पुलिस ने नीलगंगा थाना क्षेत्र के शांति नगर निवासी राकेश नामक आटो चालक को हिरासत में लिया। इसके बाद गुरुवार को चार और आटो चालकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। यह सभी उस बच्ची के संपर्क में आए थे। पड़ताल के दौरान यह पता चला है कि इन आटो चालकों ने बच्ची को घुमाया था।
मां 10 साल पहले छोड़ गई, पिता मानसिक रूप से बीमार
पुलिस के अनुसार बच्ची की मां 10 साल पहले घर छोड़कर चली गई थी। इसके पिता मानसिक रूप से बीमार हैं। बच्ची बड़े भाई और दादा के साथ रहती थी। जैतवारा क्षेत्र के ही एक स्कूल में कक्षा आठवीं में पढ़ती है। उसकी गुमशुदगी उसके स्वजन ने लिखाई थी। पुलिस ने बताया कि बच्ची गत शनिवार को घर से स्कूल का कहकर निकली थी, इसके बाद वह घर नहीं लौटी।
खून से सने कपड़े पहने आठ किमी तक पैदल चली
बच्ची दुष्कर्म के बाद खून से सने कपड़े में करीब आठ किमी तक पैदल चली। इस दौरान कुछ लोग उसके संपर्क में आए और उससे उसका पता, नाम पूछा। मगर वह कुछ बता नहीं पाई। बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम पर पहुंची। यहां आश्रम के ही राहुल शर्मा ने उससे बात की। उसे दलिया खिलाया। बाद में महाकाल थाने पर डायल 100 को सूचना दी। पुलिस पहुंची और फिर बच्ची को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।