माओवादी भी छत्तीसगढ़ सरकार से शांति वार्ता को तैयार…रखी यह शर्त…भूपेश बघेल ने कहा ‘नक्सलियों से सुझाव लेना मूर्खतापूर्ण काम’
डिप्टी सीएम विजय शर्मा के नक्सलियों से शांति वार्ता के बयान के बाद दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने गृहमंत्री के बयान पर सहमति जताई है। जोनल प्रवक्ता ने कहा कि, हमारी लड़ाई आदिवासियों के हित के लिए है। सरकार यदि उनके हित में अहम भूमिका निभाती है तो हम प्रदेश सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हैं।
सरकार अपनी बर्बरता छोड़े- जोनल प्रवक्ता विकल्प
जोनल प्रवक्ता ने आगे कहा कि, हम भी शांति चाहते हैं लेकिन पहले सरकार अपनी बर्बरता छोड़े। मेनस्ट्रीम की मीडिया कभी भी पुलिस की बर्बरता को नहीं दर्शाती है। इसलिए ही उसे गोदी मीडिया का नाम दिया गया है। जो आदिवासी इन अत्याचारों का विरोध करते हैं उन्हें जेल में ठूंसा जा रहा है। अब देश में तानाशाही के आसार नजर आने लगे हैं। जो हिटलर की नीति अपनाता है वह हिटलर की ही मौत मरता है।
नक्सलियों से सुझाव लेना मूर्खतापूर्ण काम
इधर नक्सलियों से सुझाव लेने के डिप्टी सीएम विजय शर्मा के बयान पर बघेल ने चुटकी ली. उन्होंने कहा कि ये मूर्खतापूर्ण काम है. इस समय पुनर्वास नीति की बात कर रहे हैं. जितने नक्सलियों ने भी सरेंडर किया वो पुनुर्वास नीति के तहत ही किए गए हैं. भाजपा शासन काल में सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मकान तक नहीं मिले. हमने दंतेवाड़ा में फ्लैट बनवाएं, सरेंडर नक्सलियों को चाभी सौंपी
पहले नक्सलियों से मीटिंग को लेकर जवाब दें
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि विजय शर्मा जिस दिन गृहमंत्री बने उस दिन उन्होंने कहा कि नक्सलियों से बात करेंगे. फिर उन्होंने कहा नक्सली उनसे टेलीफोन पर बात कर सकते हैं. कितने नक्सलियों ने उनसे बात की. किस नक्सलियों से उन्होंने बात करने की कोशिश की. अब नक्सलियों से सरेंडर नीति के बारे में पूछ रहे हैं. पहले नक्सलियों से मीटिंग को लेकर जवाब दें.
कांग्रेस ने कोर जोन में कैंप खोले जिसका फायदा मिल रहा
बस्तर के नारायणपुर मुठभेड़ में 8 नक्सलियों के एनकाउंटर पर पूर्व सीएम बघेल ने इसे कांग्रेस कार्यकाल की उपलब्धि बताई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बस्तर में जो काम किया उसी की बदौलत आज नक्सल मौर्चे पर सफलता मिल रही है. कांग्रेस शासन काल में इंफ्रॉस्ट्रक्चर तैयार किए गए उसी का फायदा अभी नक्सल मोर्च पर मिल रहा है.
पहले सिर्फ बफर जोन में कैंप खुले थे, कोर एरिया में कांग्रेस शासन काल में कैंप खोले गए. सड़कों का जाल बिछाया गया. बिजली की व्यवस्था की गई. सारी सुविधाओं की व्यवस्था की गई. लोगों के राशन कार्ड, जॉब कार्ड की व्यवस्था की गई. आज अपनी पीठ थपथपा रहे तो इसका कारण है कि हमने ऐसी व्यवस्था की. इंद्रावती पर दो दो पुल हमने बनाए. अंदर के गांवों में आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल और सड़कें भी बनी