बस्तर संभाग

सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ

शासन प्रदेश की संस्कृति और विरासत को बनाये रखने प्रयासरत् -सांसद

नारायणपुर, 05 नवम्बर 2024// प्रदेश के राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह के मुख्य आतिथ्य में आज स्थानीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खेल मैदान में गरिमामयी ढंग से शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर

उन्होंने जिलेवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश बीते 24 वर्षांे में निरंतर प्रगति के पथ पर बढ़ रहा है। विगत 10 माह में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के शासन में प्रदेश वासियों को नई योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है।

वहीं राज्य शासन प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान और विरासत को बनाये रखने, सहेजने और संवर्धन करने में प्रयासरत है। कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी, जिसे उपस्थित अतिथियों एवं दर्शकों ने खूब सराहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि 01 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना। तब से लेकर अब तक 24 साल पूरे हो गए हैं। आज छत्तीसगढ़ विकास की नई ऊंचाईयों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में हम सभी को मुख्यमंत्री के रूप में श्री विष्णु देव साय का क्षमतावान नेतृत्व मिला है। केवल 10 माह के कार्यकाल में इस सरकार ने जो उपलब्धियां हासिल की है। हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के बताए अंत्योदय के मार्ग पर चलने वाले लोग हैं। इसका अर्थ है कि विकास की रोशनी को समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता स्वर्गीय अटल जी की भी यही सोच थी। इसी सपने को लेकर उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया था।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली हमारी सरकार इसी सोच के अनुरूप राज्य के सभी वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है, लेकिन हमारी सरकार की प्राथमिकता में वे लोग हैं जो आज भी अपने अधिकारों से वंचित हैं। हम राज्य के पुरातन संस्कृति को संरक्षित करते हुए समाज में उन संस्कारों को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे राष्ट्र की एकजुटता बढ़ती है। हमारी सरकार प्रदेश के किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं और युवाओं के कल्याण के लिए प्राथमिकता के साथ काम कर रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राज्य के लोगों को जो गारंटियां दी थी, उससे ही यह स्पष्ट था कि हमारी सरकार की दिशा और प्राथमिकताएं क्या होगी। साय जी की सरकार ने मात्र 10 महीनों के अल्प समय में मोदी जी अधिकांश गारंटियों को पूरा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली हमारी सरकार इसी सोच के अनुरूप राज्य के सभी वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है, लेकिन हमारी सरकार की प्राथमिकता में वे लोग हैं जो आज भी अपने अधिकारों से वंचित हैं। हम राज्य के पुरातन संस्कृति को संरक्षित करते हुए समाज में उन संस्कारों को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे राष्ट्र की एकजुटता बढ़ती है। प्रदेश सरकार प्रदेश के किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं और युवाओं के कल्याण के लिए प्राथमिकता के साथ काम कर रही है। महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महतारी वंदन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना में हर महीने 70 लाख माताओं-बहनों को एक-एक हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। योजना शुरू होने के बाद से अब तक 9 किश्तें दी जा चुकी हैं तथा 179 महतारी सदनों के निर्माण के लिए 52 करोड़ 20 लाख रुपए की स्वीकृति दे दी गई है।
कलेक्टर श्री बिपिन मांझी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 1 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई। उक्त अवसर को चिरस्थायी बनाये रखने के लिए, आज हम राज्योत्सव कार्यक्रम मना रहे हैं। स्थापना के साथ ही विकास के पथ पर अग्रसर होते हुए हमारा छत्तीसगढ़ आज 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। छत्तीसगढ़ अपने सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, यहां की समृद्ध विरासत के दर्शन करने देश विदेश के पर्यटक यहां आते हैं। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति किसी परिचय की मोहताज नही है। छत्तीसगढ़ का प्राकृतिक सौंदर्य बर-बस ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां की मनोहारी झीलें, विश्व प्रसिद्ध जलप्रपात एवं वन्य प्राणी, पर्यटकों को विशेष रूप से मोहित करते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के पश्चात, विकास के पथ को तेजी से बढाने एवं प्रशासन को आमजनता के करीब लाने, उनकी समस्याओं को नजदीक से समझने व दूर करने, उन्हे त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश में नवीन जिलों एवं तहसीलों की स्थापना की गई। इसी अनुक्रम में 01 मई 2007 को नारायणपुर जिले की स्थापना की गई।
नारायणपुर जिला विश्व विख्यात टाईगर ब्वॉय चेन्दरू मंडावी, काष्ठ कलाकार श्री पंडीराम मंडावी एवं कैंसर एवं असाध्य रोगों का वनऔषधी से उपचार करने वाले वैद्यराज श्री हेमचंद मांझी की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि है। वैद्यराज श्री हेमचंद मांझी जी को आमजनता की इस अहर्निश सेवा के कारण, महामहिम राष्ट्रपति जी द्वारा पद्मश्री पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है, जो कि जिले एवं प्रदेश के लिए गौरव की बात है। नारायणपुर जिले में सांस्कृतिक महत्व के वैभव जैसे घोटूल, देवगुड़ी, मावलीमाता मड़ाई मेला इत्यादि को सहेज कर रखा गया है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक नारायणपुर जिले में आते हैं। फुटबाल एवं मलखंब खेल में जिले के युवाओं ने राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित कर अपना वर्चस्व कायम किया है। जिले में प्रचुर मात्रा में लघुवनोपज, औषधी, लौह अयस्क, खनीज संसाधन विद्यमान है। नारायणपुर जिले में पर्यटन स्थल के विकास हेतु असिमित संभावनाएं हैं। जिले के हांदावाड जलप्रपात, हरिमरका जलप्रपात, कच्चापाल जलप्रपात, बिंजली डेम शांत सरोवर, जैसे मनोरम दृश्य से युक्त स्थल स्थित है ।
इस अवसर पर पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी, जिला पंचायत सदस्य प्रताप मंडावी, जनभागीदारी समिति के सदस्य नरेंद्र मेश्राम, पार्षद जैकी कश्यप, बृजमोहन देवांगन, किसान मोर्चा के अध्यक्ष रामप्रसाद कुमेटी, मगडूराम नुरेटी, सुकमन कचलाम, रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर के सचिव स्वामी व्याप्तानंद, प्राचार्य स्वामी कृष्णानंद, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, अपर कलेक्टर बीरेंद्र बहादुर पंचभाई सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक-शिक्षिकायें एवं नागरिकगण उपस्थित थे।

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