एकीकरण के बाद गड़रिया समाज का पहला कार्यक्रम: प्रदेश के कई जिलों से पहुंचे युवक-युवती, अतिथियों ने कहा- मील का पत्थर साबित होगा यह आयोजन
केशव पाल @ रायपुर| छत्तीसगढ़ सर्व गड़रिया समाज महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में सर्व गड़रिया समाज का प्रदेश स्तरीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन रविवार को गरिमामय माहौल के बीच आयोजित हुआ। रायपुर के महादेव घाट रायपुरा स्थित देसहा गड़रिया पाल सामाजिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से गड़रिया समाज के युवक-युवतियां बड़ी संख्या में पहुंचे हुए थे। इस अवसर पर रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी शामिल हुए। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में समाज के पदाधिकारी भी मंच पर मौजूद रहे।
इस दौरान सम्मेलन को संबोधित करते हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, गड़रिया समाज मेहनती समाज है। पूरे देश में गड़रिया समाज को आगे बढ़ाने, संगठित करने तथा उनके मान, सम्मान और स्वाभिमान को बढ़ाने में अहिल्या माता ने बहुत काम किया था। उन्होंने आगे कहा कि, अब गड़रिया समाज भी आगे बढ़ रहा है। विभिन्न पदों पर गड़रिया समाज के लोग पहुंच रहे हैं। समाज हित में बेटा-बेटियों का आसानी से रिश्ता तय कराने के मकसद से सम्मेलन का जो बीड़ा उठाया गया। यह बेहद सराहनीय काम है। इस अवसर पर सांसद अग्रवाल को समाज की ओर से कमरा भेट किया गया। इस दौरान कु.संस्कृति भूषण ने अपने द्वारा बनाए हुए मुख्यमंत्री का फोटो स्केच भी भेट की। कार्यक्रम के दौरान संबोधन में विभिन्न फिरकों के अध्यक्षों ने भी एक स्वर में यही कहा कि, समाज के लोग अपने बेटे और बेटियों के रिश्ते के लिए कई जगह जाते हैं, इससे समय और पैसा दोनों बर्बाद होता है। ऐसे में युवक-युवती परिचय सम्मेलन समाज के लोगों को एक मंच पर लाने के साथ ही आसानी से रिश्ता तय कराने में मील का पत्थर साबित होता है। प्रदेश में पहली बार गड़रिया समाज के हित में जो परिचय सम्मेलन करने का फैसला लिया गया वह काबिले तारीफ है। उम्मीद है सम्मेलन में आए युवक-युवतियों को एक बेहतर हमसफर तलाश करने में मदद मिलेगी और कई युवक-युवतियां शादी के बंधन में बंधेंगे। कार्यक्रम को विभिन्न फिरकों से आए पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया और सम्मेलन को समाज के लिए ऐतिहासिक आयोजन बताया। कार्यक्रम की शुरुआत अहिल्या माता की छायाचित्र की पूजा-अर्चना, दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ हुई। इस दौरान आगंतुक अतिथियों और समाजजनों का गर्मजोशी के साथ स्वागत, अभिनंदन किया गया। तदुपरांत मंचस्थ अतिथियों एवं पदाधिकारियों का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सत्कार किया गया। इस दौरान अतिथियों के हाथों देसहा एवं झेरिया गड़रिया समाज के नवनिर्मित सामाजिक भवन का लोकार्पण भी हुआ। उल्लेखनीय है कि, अलग-अलग फिरकों में बंटे गड़रिया समाज का एकीकरण हुआ है। जिसमें छत्तीसगढ़ गड़रिया समाज के सभी फिरका (झेरिया, ढेंगर, देसहा, वराड़े, झाड़े एवं निखर) का एकीकरण सर्वसम्मति के साथ हो चुका है। एकीकरण के बाद सर्व गड़रिया समाज का यह पहला भव्य कार्यक्रम था। जिसका उद्देश्य सभी फिरकों के विवाह योग्य युवक-युवती को एक मंच पर लाकर अपने पसंद के जीवनसाथी चुनने का अवसर प्रदान करना तथा वर-वधु तलाश करने में होने वाली कठिनाइयों को दूर करना था। कार्यक्रम के दौरान एक भावुक क्षण भी आया जब समाज की कु.दीक्षा धनगर और कु.दीपिका धनगर ने अहिल्या माता पर आधारित ‘सोने की चिड़िया गाती है’ भावपूर्ण गीत की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी। इस दौरान सभी फिरकों के पदाधिकारियों ने भी अपना आपसी परिचय लोगों के बीच रखा। सम्मेलन में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए युवक-युवतियों ने बारी-बारी से मंच पर आकर अपना-आपना परिचय दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ सर्व गड़रिया समाज महासंघ के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण महतो ने किया। इस अवसर पर बृजमोहन अग्रवाल सांसद रायपुर लोकसभा, छत्तीसगढ़ सर्व गड़रिया समाज महासंघ के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण महतो, कार्यकारी अध्यक्ष हरिराम पाल, महासचिव अजय हंसा, कार्यकारी महासचिव डोरे लाल पार्वे, संगठन महामंत्री करतार सिंह बघेल, कोषाध्यक्ष मनोज धनगर, जागेश्वर प्रसाद संरक्षक, प्रभु दयाल मेषपाल संरक्षक, चंद्रपाल धनगर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ ढेंगर गड़रिया समाज, मिलन धनगर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ झेरिया गड़रिया समाज, यशवंत राव पाल अध्यक्ष छत्तीसगढ़ देसहा गड़रिया समाज, मदन साटकर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ वराड़े गड़रिया समाज, गोविंद धनगर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ झाडे़ गड़रिया समाज, लोरिक पाल अध्यक्ष छत्तीसगढ़ भिलाई पाल समाज, छत्तीसगढ़ सर्व गड़रिया समाज महासंघ के सभी पदाधिकारी, सदस्य, सभी फिरकों के पदाधिकारी, सदस्य, महिला प्रकोष्ठ, युवा प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारियों, सदस्यों सहित बड़ी संख्या में गड़रिया समाज के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सोहन महतो और अजय हंसा ने किया।