छत्तीसगढ़ के इस भाजपा नेता ने पीएम से मांगी इच्छा मृत्यु, मोदी की सभा में जाते वक्त दुर्घटना में हुए थे दिव्यांग, पार्टी नहीं ले रही सूध, कर्ज में डूबा परिवार

छत्तीसगढ़ के विश्रामपुर से दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री मोदी की रायपुर में आयोजित आमसभा में शामिल होने जा रहे मंडल के कार्यकर्ताओं की बस बेमेतरा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसमें गंभीर रूप से घायल भाजपा के तत्कालीन मंडल महामंत्री बिशंभर यादव ने स्थायी विकलांगता का शिकार होने के साथ ही भाजपा संगठन की उपेक्षा से व्यथित होकर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगते हुए पत्र प्रेषित किया है। भाजपा नेता सड़क हादसे के बाद अपने उपचार के कारण आर्थिक रूप से बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके हैं। उसका कहना है कि कार्यकर्ताओं को सर्वोपरि बताने वाली भाजपा अब उसकी कोई सुध नही ले रही है।
मोदी की सभा में जाते समय हुआ था हादसा
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले सात जुलाई 2023 को राजधानी रायपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आमसभा थी। पीएम की आमसभा के लिए भाजपा जिला संगठन द्वारा उपलब्ध कराई गई रायल बस में भाजपा बिश्रामपुर मंडल के तत्कालीन अध्यक्ष लीलू गुप्ता व महामंत्री बिशंभर यादव 52 कार्यकर्ताओ को लेकर बस से रायपुर के लिए रवाना हुए थे। रास्ते मे बेमेतरा के समीप बस के सड़क हादसे का शिकार होने की वजह से बस में बैठे चालक समेत जमदेई गांव के भाजपा कार्यकर्ता रूपदेव सिंह गोंड़ व सजन सिरदार की मौत हो गई थी।

वहीं तत्कालीन भाजपा मंडल महामंत्री बिशंभर यादव निवासी ग्राम तेलईकछार व अन्य घायल हो गए थे। सड़क हादसे की जानकारी मिलने पर आमसभा के मंच से प्रधानमंत्री द्वारा संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक कार्यकर्ताओं को मुआवजा व घायलों को मदद का निर्देश जारी किए जाने पर अत्यंत गंभीर रूप से घायल बिशंभर यादव को भाजपा संगठन से एयर एंबुलेंस में बिलासपुर से एम्स हॉस्पिटल दिल्ली भिजवाया था। वहीं भाजपा संगठन ने मृतक परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये तथा तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार ने चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।
रीढ़ की हड्डी का हुआ था आपरेशन
एम्स हास्पिटल दिल्ली में तत्कालीन भाजपा मंडल महामंत्री बिशंभर यादव के रीढ़ की हड्डी का आपरेशन किया था। उस दौरान कई नेता भी उसे देखने एम्स हॉस्पिटल पहुंचे थे और उसके स्वजनो को ढांढस बंधाते हुए कहा था कि पूरी पार्टी उनके साथ है। इधर डाक्टरों ने भी उनके स्वजनो को स्पष्ट कह दिया था कि अब वे चल फिर नही सकते है। भाजपा नेता बिशंभर करीब एक माह तक एम्स हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके स्वजनो ने ही हास्पिटल का बिल भुगतान किया था। उसमें पार्टी ने कोई सहयोग भी नही किया। वहीं आज तक उनका स्थायी विकलांगता प्रमाण पत्र भी नही बन सका है।
आर्थिक रूप से टूट चुका परिवार
पार्टी के लिए समर्पित रहने वाला भाजपा नेता बिशंभर का परिवार उनके उपचार में पूरी तरह आर्थिक रूप से टूट चुका है। उसके उपचार में दो वर्षों में 30 से 35 लाख रुपये खर्च हो गए हैं। अभी भी प्रतिमाह इलाज में 30 से 40 हजार रुपये खर्च हो रहे है। जमा पूंजी इलाज में खत्म हो चुकी है।
साथ ही पत्नी के जेवरात भी बिक चुके है। रिश्तेदारों से भी बड़ी रकम उधार लेकर इलाज में खर्च हो चुका है। उसका कहना है कार्यकर्ताओ को पार्टी की रीढ़ बताने के दंभ भरने वाली भाजपा के कोई नेता अब उसकी सुध तक नही ले रहे हैं। परिवार उनकी वजह से आर्थिक रूप से टूटने के साथ ही कर्जदार हो गया है। उसके दोनो पुत्र शिक्षित हैं, उसके बावजूद पार्टी संगठन उन्हें नौकरी दिलाने में कोई दिलचस्पी नही दिखा रहा है। पार्टी के नेता भी उसका अथवा उसके परिवार का काल रिसीव करना तक मुनासिब नही समझ रहे है। ऐसे में अब उनका मर जाना ही उचित है, इसलिए अब वह इच्छा मृत्यु की अनुमति मांग रहा है।