Chhattisgarh : बेटे को पेट्रोल डाल कर जिंदा जलाने वाली मां गिरफ्तार

राजनांदगांव से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। अपने ही बेटे को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतारने वाली मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना अटल आवास पेण्ड्री ब्लॉक नंबर-46 की है, जहां घरेलू विवाद के बीच यह सनसनीखेज मामला हुआ।
क्या है पूरा मामला
22 सितंबर की सुबह हिना साहू (35) अपने दोनों बच्चों को स्कूल छोड़ने गई थी। घर पर उसके दिव्यांग पति विरेन्द्र साहू और सास सुहागा बाई मौजूद थे। इसी दौरान विरेन्द्र और उसकी मां के बीच कहासुनी और गाली-गलौज होने लगी। आरोप है कि गुस्से में आकर सुहागा बाई ने पहले बेटे पर पेट्रोल छिड़का और फिर माचिस से आग लगा दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी महिला ने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया।
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आग की लपटें उठते ही आसपास के लोग चिल्लाने लगे और आनन-फानन में पड़ोसियों ने पानी डालकर आग बुझाई। गंभीर अवस्था में विरेन्द्र को 108 एम्बुलेंस से शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान 22 सितंबर को ही उसकी मौत हो गई।
पहले से बनाई थी हत्या की योजना
जांच में सामने आया कि सुहागा बाई ने बेटे की हत्या की योजना पहले ही बना ली थी। उसने 20 सितंबर को पेट्रोल खरीदा और इसे प्लास्टिक की बोतल में घर पर छुपाकर रखा था। पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि वह अपने बेटे की शराबखोरी और रोज-रोज की गाली-गलौज से परेशान थी। इसी नफरत और गुस्से में उसने बेटे को खत्म करने की ठान ली थी।
पुलिस की कार्रवाई
मृतक की पत्नी हिना साहू की शिकायत पर पुलिस ने थाना लालबाग में अपराध दर्ज किया। पहले धारा 109 बीएनएस के तहत मामला कायम किया गया, बाद में जांच में हत्या का प्रावधान जोड़ते हुए धारा 103(1) बीएनएस भी शामिल कर ली गई। पर्याप्त सबूत मिलने पर मंगलवार को पुलिस ने आरोपी सुहागा बाई को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश साहू सहित सउनि ईश्वर यादव, सउनि शोभाराम बेरवंशी, आरक्षक राजकुमार बंजारा, आरक्षक कमल किशोर यादव और महिला आरक्षक हिमा चंद्राकर की अहम भूमिका रही।