छत्तीसगढ़ ऑनलाइन सट्टा और जुए के मामलों में देश में नंबर वन, NCRB रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की नवीनतम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार ऑनलाइन सट्टा और जुआ के मामलों में छत्तीसगढ़ पूरे देश में नंबर वन राज्य बन गया है। NCRB की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए के मामले पिछले सालों की तुलना में तेज़ी से बढ़े हैं। पुलिस की सक्रियता के बावजूद, कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सट्टा नेटवर्क अलग-अलग नामों से संचालित हो रहे हैं, जिससे इन पर नियंत्रण पाना बड़ा चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
रायपुर पुलिस द्वारा हाल ही में कई सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया है। महादेव सट्टा नेटवर्क की जांच में भी कई बड़े नामों का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन इसका जाल लगातार फैलता ही जा रहा है। NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों की तुलना में ऑनलाइन सट्टा के रेफरल और लेन-देन की संख्या सबसे ज्यादा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग और फैंटसी स्पोर्ट्स की लत, आसान इंटरनेट ऐक्सेस, और प्रदेश में आईटी नियमों की कमजोर निगरानी इसकी वजहें हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने Online Gaming Bill 2025 भी लागू किया है, जिसके तहत पैसों से जुड़े ऑनलाइन गेम्स, सट्टा और बेटिंग पर सख्त कार्रवाई और पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। इसका मकसद युवाओं को जुए की लत से बचाना और समाज में पारदर्शिता कायम रखना है।
पुलिस की अपील
पुलिस एवं प्रशासन ने युवाओं और अभिभावकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन जुए से दूरी बनाए रखें और अगर ऐसी गतिविधियों के बारे में कोई सूचना मिले, तो तुरंत रिपोर्ट करें।
आंकड़ों के अनुसार, ऑनलाइन सट्टा के चलते देशभर में हर साल 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो रहा है। सरकार के नए कानून के अनुसार ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर तीन से पांच साल तक की सज़ा और 2 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।