कोयला घोटाला : कांग्रेस भवन तक पहुंची करोड़ों की रकम, EOW के चालान में सनसनीखेज खुलासे

रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित कोयला घोटाला मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा पेश चालान में कई हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि घोटाले की बड़ी रकम सीधे कांग्रेस भवन तक पहुंचाई जाती थी। सिंडिकेट के सदस्य कांग्रेस भवन को ‘भवन’ नाम के कोड से संबोधित करते थे। जांच में ऐसे पुख्ता सबूत मिले हैं कि घोटाले की रकम नियमित रूप से ‘भवन’ पहुंचाई जाती थी।

EOW ने जिन आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया है, उनमें नवनीत तिवारी और देवेंद्र डडसेना शामिल हैं। खास बात यह है कि देवेंद्र डडसेना, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल का निजी सहायक था, जबकि नवनीत तिवारी सूर्यकांत तिवारी के लिए काम करता था। वर्तमान में दोनों आरोपी रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद हैं।
जांच में यह भी सामने आया है कि रायगढ़ के एक कोयला कारोबारी से करोड़ों रुपये की वसूली के ठोस सबूत एजेंसी को मिले हैं। रकम की हेराफेरी और कांग्रेस भवन तक पहुंच का पूरा नेटवर्क सिंडिकेट के कोड और संदिग्ध गतिविधियों के जरिए संचालित किया जाता था।
🔴 कोयला घोटाले की रकम Congress भवन (कोड नेम “भवन”) में पहुंचाई जाती थी।
🔴 EOW ने “भवन” कोड-नेम और रकम पहुंचने के सबूत जुटाए।
🔴 आरोपी नवनीत तिवारी और देवेंद्र डडसेना के खिलाफ चालान पेश। दोनों रायपुर सेंट्रल जेल में बंद।
🔴 देवेंद्र, कांग्रेस कोषाध्यक्ष का निजी सहायक, नवनीत सूर्यकांत तिवारी का सहयोगी।
🔴 रायगढ़ के कोयला कारोबारी से करोड़ों की वसूली के सबूत।