छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर बोले पीएम मोदी: ब्रह्माकुमारी संस्थान से मेरा अपनापन, सेवा ही इनकी असली पहचान

रायपुर। छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस 2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रायपुर पहुंचे और ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर’ ध्यान केंद्र का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि “हमारे यहां कहा जाता है—आचरण ही सबसे बड़ा धर्म, तप और ज्ञान है। आचरण से क्या कुछ सिद्ध नहीं हो सकता।” उन्होंने कहा कि आज का दिन बेहद खास है क्योंकि छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड तीनों ही राज्य अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने सभी राज्यों के निवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि “राज्यों का विकास ही देश के विकास का आधार है। इसी मंत्र पर चलते हुए हम भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस यात्रा में ब्रह्माकुमारी जैसी संस्थाओं की बड़ी भूमिका है, जो समाज में सेवा, संस्कार और आध्यात्मिकता का प्रसार कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि ब्रह्माकुमारी संस्थान से उनका पुराना जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहा, “मेरा सौभाग्य है कि मैं कई दशकों से इस संस्थान से जुड़ा हूं। 2011 में अहमदाबाद के ‘फ्यूचर ऑफ पावर’ कार्यक्रम से लेकर 2012 में संस्था के 75 वर्ष पूरे होने तक, हर आयोजन में शामिल होना मेरे जीवन का हिस्सा रहा है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दिल्ली आने के बाद भी जब भी मौका मिला—‘आजादी का अमृत महोत्सव’, स्वच्छता अभियान या सामाजिक पहल—उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्थान के प्रयासों को नज़दीक से देखा है। उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा अनुभव किया है कि यहां शब्द कम और सेवा ज्यादा है।”
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने संस्थान की दीदीयों के प्रति आभार जताया और कहा कि “इस संस्थान से मेरा अपनापन और स्नेह मेरे जीवन की विशेष स्मृतियों में शामिल है।”






