Chhattisgarh News : नाबालिग बेटी के हाथ में दी कार की स्टेरिंग, तीन को कुचला, मौके पर ही मौत

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक नाबालिग लड़की द्वारा चलाई गई तेज रफ्तार कार ने तीन निर्दोष लोगों की जान ले ली। यह हादसा धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हा के चाल्हा चौक के पास हुआ, जहां कार ने पहले एक महिला और फिर दो बाइक सवार युवकों को कुचल दिया। हादसा इतना भीषण था कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
कैसे हुआ हादसा?
30 अक्टूबर की दोपहर एक सफेद रंग की कार (CG BE 1285) रॉन्ग साइड से तेज रफ्तार में आ रही थी। कार ने सबसे पहले पैदल चल रही ललिता मिंज (35) को टक्कर मारी, इसके बाद सामने से आ रहे बाइक सवार मोहन पटेल (33) और अमित किंडो (26) को कुचल दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि महिला उछलकर दूर जा गिरी और दोनों बाइक सवार सड़क पर बुरी तरह गिर पड़े। टक्कर के बाद कार के अंदर से नाबालिग लड़की और उसके साथ मौजूद दो युवक नीचे उतरे, लेकिन तुरंत वहां से फरार हो गए (Raigarh Car Accident)।
CCTV फुटेज से खुली सच्चाई
हादसे का CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें कार को तेज रफ्तार में रॉन्ग साइड से आते और लोगों को कुचलते हुए स्पष्ट देखा जा सकता है। हादसे के बाद कार बीच सड़क पर छोड़ दी गई थी। वीडियो में यह भी दिखा कि टक्कर के तुरंत बाद कार से लड़की और दो युवक उतरते हैं, फिर कुछ पल रुककर भाग जाते हैं।
मृतकों की पहचान
ललिता मिंज (35) – निवासी रामपुर
फकीर मोहन पटेल (33) – निवासी परसदा
अमित किंडो (26) – निवासी मैनपाट
जानकारी के मुताबिक, दोनों युवक किसी काम से कापू की ओर जा रहे थे। अमित किंडो जेसीबी ऑपरेटर था जबकि मोहन पटेल ठेकेदार के अधीन काम करता था।
नाबालिग लड़की और पिता गिरफ्तार
धरमजयगढ़ पुलिस ने CCTV फुटेज और स्थानीय गवाहों के बयान के आधार पर कार्रवाई की। जांच में पता चला कि हादसे के वक्त कार एक 15 वर्षीय लड़की चला रही थी।
पुलिस ने लड़की को बाल संरक्षण कानून के तहत अभिरक्षा में लिया है। साथ ही उसके पिता घनश्याम महिलाने (47) निवासी मिरीगुड़ा को भी आरोपी बनाया गया है, क्योंकि उन्होंने नाबालिग को कार चलाने दी थी। दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कार को जब्त कर तकनीकी जांच शुरू कर दी है।
घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क पर अक्सर तेज रफ्तार वाहन दौड़ते हैं, लेकिन पुलिस की गश्त न के बराबर होती है। उन्होंने हादसे के लिए लापरवाही और ट्रैफिक निगरानी की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।






