इमरान खान की अफवाहों से पाकिस्तान में बढ़ा सियासी तनाव, नवाज का बयान बना चिंगारी

पाकिस्तान में सियासी तनाव अचानक बढ़ गया है, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जेल में कथित मौत की अफवाहों ने माहौल को पूरी तरह गर्म कर दिया है। जैसे ही खबरें फैलती गईं, PTI समर्थक बड़ी संख्या में जेल के बाहर जुटने लगे और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी शुरू कर दी। इसी बीच इमरान खान की बहनों ने दावा किया कि जब वे उनसे मिलने पहुंचीं तो पुलिस ने उन पर हमला किया। इस आरोप ने समर्थकों के गुस्से को और भड़का दिया है।
तनाव उस समय और बढ़ गया जब PML-N नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि इमरान खान अकेले अपराधी नहीं हैं, बल्कि “उन्हें सत्ता में लाने वाले लोग असल अपराधी” हैं और उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उनका यह बयान सीधे तौर पर सेना और सत्ता तंत्र पर सवाल खड़ा करता है। राजनीतिक हलकों में इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
2018 के चुनावों में PTI सबसे बड़ी पार्टी बनी थी और 270 में से 115 सीटें हासिल की थीं। तब कई विपक्षी दलों, विशेषकर शहबाज शरीफ ने, चुनाव में धांधली के आरोप लगाए थे। अब नवाज का बयान एक बार फिर उस पुराने विवाद को हवा दे रहा है।
इमरान खान की बहनों द्वारा पुलिस हमले का आरोप लगाने के बाद PTI समर्थक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी विरोध तेज हो गया है, जिससे देश का राजनीतिक माहौल और तनावपूर्ण बन गया है।
विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान में सियासी तनाव आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है। जनता, सेना और राजनीतिक दलों—तीनों पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर सत्ता के असली फैसले किसके हाथों में हैं। अफवाहों और बयानों की इस लड़ाई ने देश की स्थिरता को झकझोर दिया है, और इसका असर पाकिस्तान की राजनीति पर लंबे समय तक दिख सकता है।






