न्यायधानी में पुलिस-कांग्रेसियों के बीच झड़प, वाटर-कैनन का उपयोग, बिजली-बिल, रजिस्ट्री-शुल्क, धान-खरीदी को लेकर प्रदर्शन

न्यायधानी बिलासपुर में कांग्रेस के आंदोलन ने अब उग्र रूप ले लिया है, कलेक्टर के कार्यालय घेराव के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़प शुरू हो गई। सड़कों की बदहाली, बिजली बिलों में कथित लूट, धान खरीदी में अव्यवस्था और रजिस्ट्री रोकने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्टरेट पहुंचे थे। नेहरू चौक से शुरू हुआ ये विरोध प्रदर्शन अब कलेक्टर परिसर के बाहर तनावपूर्ण माहौल में बदल गया।
कांग्रेस का हल्ला बोल प्रदर्शन
कलेक्टर कार्यालय घेराव के घेराव के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़प हो गईसड़कों की बदहाली, बिजली बिलों में कथित लूट, धान खरीदी में अव्यवस्था और रजिस्ट्री रोकने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्टरेट पहुंचे थे। नेहरू चौक से शुरू हुआ ये विरोध प्रदर्शन अब कलेक्टर परिसर के बाहर तनावपूर्ण माहौल में बदल गया। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने वज्र वाहन का इस्तेमाल किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और तनाव बढ़ गया।

पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रोकने की कोशिश
प्रदर्शन की शुरुआत होते ही पुलिस ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर बैरिकेटिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका लेकिन बैरिकेटिंग के बावजूद, प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। कुछ ही देर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बैरिकेटिंग तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया। उन्होंने अपने नारे लगाते हुए प्रशासनिक कार्रवाई और मांगों को लेकर जोरदार आवाज़ उठाई। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई बार चेतावनी दी और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।

झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा- केशरवानी
बिलासपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार प्रदेश के लोगों के साथ, खासकर बिलासपुर के नागरिकों के साथ, शोषण कर रही है। बिजली बिलों के नाम पर हाहाकार मचा हुआ है, जबकि कांग्रेस सरकार के समय 400 यूनिट बिजली मुफ्त मिलती थी।
विजय केशरवानी कहा कि गरीबों की झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, जिससे उनका घर उजड़ रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन किया है।






