जशपुर NH-43 पर सनसनी: घात लगाए बदमाशों ने ट्रक रोका, ड्राइवर को पीटकर 13 लाख रुपये लूटे

जशपुर 2 दिसंबर 2025। नेशनल हाईवे 43 पर तड़के सुबह फिल्मी अंदाज में बड़ी लूट की वारदात हुई, जहां नकदी से भरे ट्रक को रोककर बदमाशों ने ड्राइवर की बेरहमी से पिटाई कर 13 लाख रुपये लूट लिए। दिन निकलने से पहले हुई इस वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है और पुलिस ने इसे हाई प्रोफाइल केस मानते हुए तुरंत नाकेबंदी, चेकिंग और तकनीकी जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक ट्रक चालक झारखंड के रांची से माल बेचकर जशपुर जिले के पत्थलगांव लौट रहा था और रास्ते में उसके पास माल बिक्री की करीब 13 लाख रुपये की नकद राशि थी।सुबह करीब 6 बजे जैसे ही ट्रक सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के बालाछापर के पास पहुंचा, सड़क किनारे पहले से घात लगाए बैठे अज्ञात लुटेरों ने इशारा कर ट्रक रुकवाया और तुरंत केबिन में चढ़कर ड्राइवर पर हमला बोल दिया।
ड्राइवर के मुताबिक बदमाशों ने पहले उसे मारपीट कर घायल किया, फिर केबिन की तलाशी लेकर कैश बैग उठा लिया और कुछ ही मिनटों में बाइक/वाहन से फरार हो गए।ट्रक चालक किसी तरह खुद को संभाल कर हाईवे पर गुजर रहे लोगों की मदद से नजदीकी जगह पहुंचा और फिर घटना की सूचना पुलिस व ट्रांसपोर्ट कम्पनी के अधिकारियों तक पहुंचाई।
वारदात की खबर मिलते ही जशपुर पुलिस और सिटी कोतवाली की टीम मौके पर पहुंची, हाईवे के दोनों ओर नाकेबंदी की गई और आसपास के गांवों में संदिग्धों को लेकर पूछताछ शुरू हुई।
पुलिस का मानना है कि लूट पूरी तरह पूर्व–नियोजित लगती है और बदमाशों को पहले से जानकारी थी कि ट्रक चालक बड़ी नकदी लेकर लौट रहा है, इसलिए उन्होंने कम ट्रैफिक वाले समय और सुनसान पॉइंट को चुना।
जांच टीम हाईवे पर लगे CCTV कैमरों के साथ-साथ नजदीकी टोल प्लाजा के फुटेज भी खंगाल रही है, ताकि ट्रक के पीछे या आसपास चल रहे संदिग्ध वाहनों की पहचान की जा सके।
पुलिस ने ट्रक चालक का विस्तृत बयान दर्ज कर लिया है, उसे प्राथमिक उपचार दिलाया गया है और आसपास के जिलों के साथ झारखंड पुलिस को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है, ताकि संदिग्धों की संभावित लोकेशन ट्रेस की जा सके।
जशपुर और आसपास के इलाकों में नेशनल हाईवे के किनारे इस तरह की बड़ी नकद लूट की यह ताजा वारदात पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। पुलिस अब ट्रांसपोर्ट रूट पर पहले से रेकी, मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स और पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगालकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इसमें स्थानीय गिरोह या इनर सर्किल की जानकारी शामिल तो नहीं है।






