दिल्ली से मस्कट-अम्मान: PM मोदी की यात्रा से खुलेगा नौकरी और निवेश का रास्ता? पढ़ें हर भारतीय के काम की खबर

PM Modi Visit Oman Jordan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर दुनिया के नक्शे पर भारत की धाक जमाने के लिए तैयार हैं. कूटनीतिक गलियारों से खबर आ रही है कि पीएम मोदी इसी महीने ओमान और जॉर्डन की महत्वपूर्ण यात्रा पर जा सकते हैं. यह दौरा सिर्फ हाथ मिलाने तक सीमित नहीं होगा, बल्कि इसके पीछे ‘मिशन वेस्ट एशिया’ का एक बहुत बड़ा ब्लूप्रिंट छिपा है.
ओमान के साथ होगा ‘महासमझौता’
इस यात्रा का सबसे बड़ा आकर्षण ओमान के साथ होने वाला ‘कॉम्प्रीहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट’ (CEPA) है. पिछले कई महीनों से दोनों देशों के बीच इस पर गहन चर्चा चल रही है. अगर पीएम मोदी की मौजूदगी में इस पर मुहर लगती है, तो भारत और ओमान के बीच व्यापार के नए दरवाजे खुल जाएंगे. इससे न केवल भारतीय सामान ओमान के बाजारों में सस्ता होगा, बल्कि भारत के लिए खाड़ी देशों (Gulf Countries) में अपनी पकड़ मजबूत करना और आसान हो जाएगा.
कूटनीति की नई बिसात
भारत मिडिल-ईस्ट में शांति का समर्थक रहा है. इसके अलावा, भारत जनवरी में होने वाली एक ‘मेगा अरब मीटिंग’ की तैयारी भी कर रहा है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस बैठक में सीरिया के विदेश मंत्री असद अल-शैबानी भी शामिल हो सकते हैं. हाल के समय में सीरिया में हुए सत्ता परिवर्तन और वहां की अस्थिरता के बावजूद, भारत ने मानवीय सहायता भेजकर यह साफ कर दिया है कि वह पुरानी दोस्ती निभाने और नए रिश्तों को धार देने में पीछे नहीं हटने वाला.
जनवरी में दिल्ली बनेगा ‘अरब वर्ल्ड’ का केंद्र
भारत सरकार जनवरी 2025 में अरब लीग के विदेश मंत्रियों की एक बड़ी बैठक की मेजबानी करने जा रही है. विदेश मंत्रालय इसके लिए जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है. पीएम मोदी की ओमान और जॉर्डन यात्रा को इसी मेगा इवेंट की ‘ग्राउंड रिपोर्ट’ तैयार करने के तौर पर देखा जा रहा है. भारत अब अरब देशों के साथ केवल कच्चे तेल का खरीदार नहीं, बल्कि एक रणनीतिक साझीदार (Strategic Partner) बनकर उभर रहा है.






