छत्तीसगढ़ में परीक्षा देने के बाद अचानक बेहोश होने लगी छात्राएं, मचा हडकंप

बलरामपुर सरकारी स्कूल में परीक्षा खत्म होते ही 8 छात्राएं बेहोश, पोषण की कमी और थकान की आशंका
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर ब्लॉक स्थित शासकीय हाई स्कूल मनबासा में परीक्षा खत्म होते ही आठ छात्राएं अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं।सभी को तुरंत सिविल अस्पताल वाड्रफनगर पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को फिलहाल खतरे से बाहर बताया है।
क्या है पूरा मामला
वाड्रफनगर ब्लॉक के शासकीय हाई स्कूल मनबासा में गुरुवार को सामान्य दिनों की तरह परीक्षा आयोजित की गई थी।परीक्षा समाप्त होते ही कक्षा से बाहर निकलने के दौरान आठ छात्राएं अचानक जमीन पर गिरकर बेहोश हो गईं, जिससे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और स्टाफ के साथ आसपास के ग्रामीण भी मौके पर जुट गए।
शिक्षकों ने समय गंवाए बिना स्थानीय लोगों की मदद से सभी छात्राओं को तत्काल सिविल अस्पताल वाड्रफनगर ले जाया।अस्पताल पहुंचने के बाद मेडिकल टीम ने तत्काल प्राथमिक उपचार शुरू किया और एक-एक छात्रा की स्थिति की जांच की।

अस्पताल में इलाज और छात्राओं की हालत
वाड्रफनगर शासकीय अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार सभी छात्राओं को प्राथमिक उपचार देने के बाद अभी उनकी हालत स्थिर है और किसी तरह के गंभीर खतरे की स्थिति नहीं है। डॉक्टरों का कहना है कि समय पर इलाज मिलने की वजह से स्थिति नियंत्रण में है और सभी छात्राएं अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रखी गई हैं।
मेडिकल टीम लगातार छात्रों की हेल्थ अपडेट मॉनिटर कर रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत अगला कदम उठाया जा सके।चिकित्सकों ने बताया कि फिलहाल सभी का ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और अन्य पैरामीटर सामान्य स्तर पर हैं।
क्यों बेहोश हुईं छात्राएं?
डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के आधार पर बताया कि छात्राओं के अचानक बेहोश होने के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं इनमें कमजोरी, शरीर में पोषक तत्वों की कमी, लगातार पढ़ाई और परीक्षा के कारण थकान, साथ ही मौसम के उतार-चढ़ाव का असर प्रमुख रूप से शामिल हैं।
अस्पताल की टीम ने कुछ छात्राओं में हीमोग्लोबिन की कमी यानी खून की कमी और टाइफाइड के शुरुआती लक्षण भी पाए हैं, जिनके मद्देनजर इलाज जारी है।रिपोर्ट आने तक छात्राओं को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है और उनकी डाइट व आराम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) श्याम किशोर जायसवाल तुरंत स्कूल पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। बाद में वे अस्पताल भी पहुंचे और डॉक्टरों से मिलकर छात्राओं की स्थिति पर विस्तार से जानकारी जुटाई।





