छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र में वंदेमातरम के 150 वर्ष पर विशेष चर्चा, सत्र एक दिन बढ़ा

छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा. पहले ये सत्र 17 दिसंबर तक चलने वाला था, जिसकी अवधी बढ़ाकर इसे 19 दिसंबर तक किया गया है. अंतिम दिन वंदे मातरम् पर चर्चा होगी. संसद की तरह छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी वंदे मातरम् गुंजेगा.
सदन में सुनाई देगा ‘वंदेमातरम’ की गूंज
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीत सत्र में इस बार ‘वंदेमातरम’ की गूंज सुनाई देगी। देशभक्ति के प्रतीक इस राष्ट्रीय गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सदन में विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। इसके लिए विधानसभा सत्र की अवधि एक दिन बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। चर्चा 19 दिसंबर को होने की संभावना जताई जा रही है।
विधानसभा सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार, सत्र के अतिरिक्त दिवस में ‘वंदेमातरम’ की ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्ता पर विधायक विचार-विमर्श करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वंदेमातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता और स्वतंत्रता आंदोलन की भावना का प्रतीक है।
जानकारों का कहना है कि संसद में जिस तरह वंदेमातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा हुई थी, उसी तर्ज पर अब छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी यह पहल की जा रही है। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम में इस गीत की भूमिका और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना पर प्रकाश डाला जाएगा।
राजनीतिक हलकों में इस चर्चा को लेकर उत्सुकता है। माना जा रहा है कि सत्ता और विपक्ष दोनों ही वंदेमातरम के संदेश को लेकर अपनी दृष्टि साझा करेंगे, जिससे सत्र की कार्यवाही ऐतिहासिक बन सकती है।






