आज दिल्ली में गूंजेगा एक ही नाम – नितिन नबीन! जानें उनके स्वागत समारोह की इनसाइड स्टोरी

Nitin Nabin: बिहार के कैबिनेट मंत्री नितिन नबीन को BJP का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. जिसके बाद वह दिल्ली जाएंगे. सुबह 10 बजे आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 पर पहुंचेंगे, जहां दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और राष्ट्रीय राजधानी के सातों बीजेपी सांसद उनका स्वागत करेंगे.
दिल्ली रवाना होने से पहले मंदिर पहुंचे नितिन नबीन
नितिन नबीन अपने आवास से रवाना हो गए. इसके बाद वे पटना के महावीर मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की. दिल्ली रवाना होने से पहले नितिन नबीन ने कहा, ‘मैं भगवान का आशीर्वाद लेने मंदिर जा रहा हूं. पार्टी ने हमेशा पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी हैं और उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है. मैं पार्टी नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा. जब तक एनडीए एकजुट है, बंगाल हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है.’
BJP कार्यकारी अध्यक्ष बने नितिन नबीन
कल यानि 14 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी ने बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई थी. जेपी नड्डा के बाद अब पार्टी की जिम्मेदारी वही संभालेंगे. नितिन नबीन की नियुक्ति को लेकर राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा की रणनीतिक मजबूती के तौर पर देखा जा रहा है. पार्टी ने उनकी जमीनी पकड़, संगठनात्मक अनुभव और प्रशासनिक क्षमता को देखते हुए यह जिम्मेदारी सौंपी है.
5वीं बार विधायक बने हैं नितिन नबीन
नितिन नबीन के बैकग्राउंड की अगर बात की जाए तो उनके पिता किशोर प्रसाद सिन्हा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक रहे हैं. नितिन पिता के निधन के बाद सक्रिय रूप से चुनावी राजनीति में एंट्री ली. पहली बार 2006 में नितिन नबीन उपचुनाव जीतकर विधायक बने थे. इसके बाद उन्होंने 2010, 2015, 2020 और अब 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में लगातार जीत दर्ज की है. इस बार के विधानसभा चुनाव में वे आरजेडी प्रत्याशी को 51 हजार से अधिक वोटों से हराया है.
छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी हैं नितिन नबीन
नितिन नबीन बिहार की सरकार में सड़क निर्माण मंत्री हैं. वर्तमान में वे पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. इस बार वे पांचवी बार विधायक बने हैं. इससे पहले बिहार सरकार में कई बड़ी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं. इसके साथ ही वे छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रभारी भी हैं. वहीं, नितिन नबीन सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने हैं.






