बांग्लादेशी समझ छत्तीसगढ़ के मज़दूर की केरल में पीट पीट कर हत्या, शरीर पर 80 से ज्यादा चोट के निशान

छत्तीसगढ़ के एक प्रवासी मजदूर की केरल में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान राम नारायण बघेल के रूप में हुई है, जो छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले का रहने वाला था।
बांग्लादेशी समझकर बेरहमी से पीटा
17 दिसंबर को केरल के अट्टापल्लम इलाके में स्थानीय लोगों ने उसे बांग्लादेशी समझकर बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। पलक्कड़ जिले के अट्टापल्लम में भीड़ ने राम नारायण को ‘बांग्लादेशी घुसपैठिया’ और ‘चोर’ होने के संदेह में इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो गई।
केरल के मंत्री ने RSS पर लगाया आरोप
केरल के मंत्री एमबी राजेश ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘नफरत की राजनीति’ का नतीजा बताया है। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों में से 4 RSS से जुड़े हैं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रूह कंपाने वाला खुलासा
डॉक्टर हितेश शंकर द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम में जो बातें सामने आईं, वे विचलित करने वाली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक राम नारायण के शरीर पर 80 से ज्यादा चोटों के निशान मिले। शरीर का कोई भी ऐसा हिस्सा नहीं था जहां चोट न हो। सिर में गंभीर चोट और अत्यधिक खून बहने के कारण उसकी तड़प-तड़प कर मौत हुई।
परिजन बोले “हमें सच नहीं बताया गया”
मृतक के चचेरे भाई शशिकांत ने बताया कि केरल पुलिस ने उन्हें गुमराह किया। उन्हें सिर्फ यह कहा गया कि राम नारायण थाने में है, तुरंत पहुँचें। वहां पहुंचने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। राम नारायण अपने पीछे 8 और 10 साल के दो मासूम बेटों को छोड़ गया है।
पुलिस ने 5 आरोपियों (मुरली, प्रसाद, अनु, बिपिन और आनंदन) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने साफ किया कि राम नारायण का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और उसके पास से चोरी का कोई सामान नहीं मिला। इधर राज्य मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए पलक्कड़ पुलिस प्रमुख से 3 सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
सीएम साय ने बताया अमानवीय घटना
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केरल के पलक्कड़ में छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल के साथ हुई अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी निर्दोष नागरिक के साथ इस प्रकार की हिंसा सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को ₹5 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही परिजनों को तत्काल केरल भेजा गया है, ताकि वे घटनास्थल का निरीक्षण कर सकें और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया में भाग ले सकें। रामनारायण बघेल का पार्थिव शरीर सम्मानपूर्वक उनके गृह ग्राम लाने की भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, उनका पार्थिव शरीर कल हवाई जहाज के माध्यम से छत्तीसगढ़ लाया जाएगा।
केरल के पलक्कड़ में छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल जी के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण और अत्यंत अमानवीय घटना से मैं गहराई से व्यथित हूँ। किसी भी निर्दोष नागरिक के साथ इस प्रकार की हिंसा सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 22, 2025
मैंने इस मामले में पीड़ित परिवार को ₹5 लाख की…





