बस्तर के होनहार ने थर्माकोल, सेलो टेप, फेविकोल, साइकिल का स्पोक, साइकिल के ट्यूब के वाल ट्यूब से बनाया जहाज
कांकेर जिले के परलकोट क्षेत्र के एक छोटे से गांव स्वरुपनगर पीवी 62 में रनवे भले ही न हो, लेकिन गांव के होनहार ने ऐसा कमाल कर दिखाया है जिससे गांव का नाम दूर तक मशहूर हो गया है, इस गांव के अजूबे को देखने लिए अब लोगों का हुजूम यहां आने लगा है. इस जहाज को बनाने के लिए थर्माकोल, सेलो टेप, फेविकोल, साइकिल का स्पोक, साइकिल के ट्यूब के वाल ट्यूब, एक्सरे फोटो फ़िल्म शीट, छतरी का तार, परीक्षा बोर्ड, रेडियम शीट, एक बैटरी, 5 नग मोटर, एक पंखा और चलाने के लिए एक रिमोट कंट्रोल डिवाइस इन चीजों का उपयोग किया गया है. जिसके बाद ये हवाई जहाज हवा में करीब 2 किलोमीटर हवाई रेंज की दूरी तय करता है.साथ ही साथ लगभग 500 मीटर की ऊंचाई तक जा सकता है. ये हवाई जहाज तकरीबन आधे घंटे तक हवा की सैर करता है. उसके बाद सुरक्षित लैंडिंग करता है
युवक सुजीत मजूमदार ने बताया कि ”इसे एक रिमोट के जरिए ऑपरेट किया जाता है. ये हवाई जहाज हर वो काम कर सकता है, जो ड्रोन करता है. लेकिन वर्तमान में इस हवाई जहाज में कैमरा फिट नहीं किया गया है. इस जहाज में अगर कैमरा फिट कर दिया जाए, तो ये शूटिंग और दुर्गम स्थानों की तस्वीरें लेने का भी काम कर सकता है.” बता दें कि सुजीत बचपन मे खेलने के लिए एक हवाई जहाज खरीदना चाहता था, घर में पैसों की तंगी ने वो सपना पूरा नहीं होने दिया.सुजित ने इलेक्ट्रॉनिक में पोलिटेक्निक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, गरीबी के चलते सुजीत अपने आगे की पढ़ाई जारी नहीं रख पाया. लेकिन जीवन कुछ करने की इच्छा मन में बनी रही. लॉकडाउन के दौरान घर में बैठे बैठे हवाई जहाज बनाने की तरकीब दिमाग में आई