अंबिकापुर – छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल 18 वीं बटालियन के जवान ने एक माह पहले शादी हुई पत्नी की हत्या कर शव नदी के खोह में छिपा दिया था
छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल 18 वीं बटालियन के जवान मनीष तिर्की ने पत्नी दिव्या गुलाब कुजुर की गला दबाकर हत्या कर दी पत्नी के शव को मैनपाट के सुपलगा गांव से लगे मछली नदी के खोह में छिपा दिया।
मृतका के स्वजन की ओर से दबाव बढ़ने के बाद आरोपित ने पत्नी के गुमशुदगी की शिकायत मैनपाट थाने में दर्ज करा दी। पुलिस ने जब मामले की छानबीन शुरू की तो अंतिम बार आरोपित पति मनीष तिर्की के साथ ही पत्नी के होने का पता चला। पुलिस ने सख्ती बरती तो आरोपित ने पत्नी की हत्या कर शव को छिपा देने की स्वीकारोक्ति कर ली।
प्रेम प्रसंग के कारण दबाव में था
शादी करने विवश हुए आरोपित ने सुनियोजित तरीके से पत्नी को रास्ते से हटाने हत्या कर शव को छिपा दिया था। मैनपाट पुलिस ने शव को बरामद करते हुए पत्नी की हत्या के आरोप पर आरोपित पति को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका दिव्या गुलाब कुजुर मूलतः दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम नवानगर की रहने वाली थी। अंबिकापुर में किराए का मकान लेकर वह स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही थी।
काल करने पर फोन स्विच ऑफ बता रहा था
बीते दो मार्च को अंतिम बार उसने अपनी दीदी को फोन कर बताया था कि मनीष उसे मोटरसाइकिल में बैठा कर कहीं ले जा रहा है। पूछने पर भी कुछ नहीं बता रहा, इस बात की जानकारी मृतका की दीदी ने माता- पिता को दे दी थी। बेटी से संपर्क करने के लिए भी कहा था। माता- पिता बेटी को लगातार फोन लगा रहे थे लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ बता रहा था।
बेटी आखिर कहां गई है?
मृतका के मायके पक्ष के लोगों द्वारा मनीष तिर्की पर संदेह जताया जा रहा था।उस पर दबाव बनाया जा रहा था कि वह बताए कि उनकी बेटी आखिर कहां गई है? मृतका के मायके पक्ष के लोगों द्वारा बनाए जा रहे दबाव से परेशान होकर छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान मनीष तिर्की ने बीते छह मार्च 2023 को मैनपाट के कमलेश्वरपुर थाने में पत्नी के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा दी थी। मृतका के मायके पक्ष के लोगों के आरोप की गंभीरता को देखते हुए मैनपाट पुलिस ने बारीकी से प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी थी।
सीसी कैमरे में भी दोनों नजर आए
आरोपित मनीष तिर्की और उसकी पत्नी दिव्या गुलाब कुजुर के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाला गया था। सीडीआर से पुलिस को भी मनीष तिर्की के ऊपर ही संदेह हो गया था। अंतिम बार अंबिकापुर के बस स्टैंड से होते हुए दोनों मोटरसाइकिल से गुजरे थे। वहां सीसी कैमरे में भी दोनों नजर आए थे। इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने सीएएफ के जवान मनीष तिर्की को हिरासत में लिया था।
पत्नी को पीठ पर बैठाकर नदी पार किया
जब उससे पूछताछ शुरू की गई तो उसने स्वीकार किया कि बीते दो मार्च को पत्नी दिव्या गुलाब को अंबिकापुर से मोटरसाइकिल से साथ लेकर वह अपने गृह ग्राम सुपलगा गया था। यहां पहले से ही उसने पत्नी की हत्या की योजना बनाई थी। घर से लगे मछली नदी के दूसरी ओर गेहूं की फसल पर सिंचाई करने का बहाना बनाकर वह पत्नी को नदी के दूसरी ओर ले जा रहा था। पत्नी को पीठ पर बैठाकर नदी पार कराने के दौरान सुनियोजित तरीके से उसने नदी में ही पत्नी को गिरा कर गला दबाकर हत्या कर दी थी और शव को पत्थरों के खोह में ऐसे जगह पर छिपा दिया था जहां किसी की नजर न पड़े।
आरोपित द्वारा दी गई जानकारी के बाद मंगलवार रात को ही एसडीओपी डा ध्रुवेश जायसवाल, मैनपाट थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह के साथ पुलिस बल मछली नदी तट पर पहुंच गया था। सारी रात पुलिस टीम यही रही सुबह मृतका के मायके पक्ष के लोगों को भी बुलाया गया। आरोपित द्वारा बताए गए स्थल पर खोजबीन शुरू की गई यही से मृतका का शव भी बरामद किया गया।
मृतका के दोनों हाथ को बिजली के तार से बांध दिया गया था और तार के एक हिस्से को मोटी लकड़ी से बांध पत्थरों के बीच इस तरीके से फंसा दिया गया था कि पानी के तेज बहाव में भी शव पत्थरों के बीच से बहकर नदी में ना आए। शव बरामद हो जाने तथा मनीष तिर्की द्वारा हत्या की स्वीकारोक्ति के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपित की भाभी की बहन थी मृतका
पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतिका दिव्या गुलाब कुजुर की बहन का विवाह आरोपित के बड़े भाई से हुआ है।इसी कारण मृतका का उसके घर आना जाना था। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गया था। लगभग तीन वर्षों से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था।सीएएफ का जवान मनेन्द्रगढ़ बटालियन का था। वर्तमान में सुकमा में ई कंपनी में अपनी सेवा दे रहा था। एक माह की छुट्टी पर वह अपने गांव वापस लौटा था।
मृतका से शादी करना नहीं चाहता था आरोपित जवान
पिछले तीन वर्षों से प्रेम प्रसंग के बाद भी आरोपित सीएएफ का जवान मृतका दिव्य गुलाब कुजुर से शादी नहीं करना चाहता था। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपित द्वारा किसी दूसरी युवती से शादी रचाने का प्रयास किया जा रहा था। इसके लिए कुछ परंपरागत रस्म भी पूरी कर ली गई थी लेकिन मृतक से प्रेम प्रसंग का हवाला देकर किसी दूसरे युवती से प्रेमी के शादी को लेकर तैयार नहीं थी।
वह लगातार दबाव बना रही थी। इसी दबाव के कारण न चाहते हुए आरोपित सीएएफ के जवान ने मृतका से पहले मंदिर में उसके बाद न्यायालय में शपथ पत्र के माध्यम से विवाह रचाया था। लेकिन मृतिका के साथ रहना उसे पसंद नहीं था। इसी कारण उसने सुनियोजित तरीके से उसकी हत्या कर दी थी।