संसद सदस्यता जाने के बाद मिला है घर खाली करने का नोटिस, अनिला भेंडिया ने दिया न्यौता, मंत्री भेंडिया बोलीं- राहुल मेरे घर में रहें
महिला एवं बाल विकास मंत्री व डौंडीलोहारा विधायक अनिला भेंडिया ने राहुल गांधी के समर्थन में शुरू हुए कैंपेन में हिस्सेदारी दिखाई है। वे लोहारा स्थित अपने घर के प्रवेश द्वार पर हाथों में बैनर लिए हुए दिखाई दीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी ये तस्वीरें साझा की हैं। अनिला भेंडिया ने कहा कि हमारा घर राहुल गांधी जी का भी है, वो आएं और हमारे घर में रहें।
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद उन्हें सरकारी आवास खाली करने का नोटिस दिया गया है। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के लिए ये अनोखा कदम उठाया है। राहुल गांधी को नोटिस मिलने के बाद से छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस के पदाधिकारियों में आक्रोश है।
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया ने कहा कि राहुल गांधी ने नोटिस मिलने के बाद डिप्टी सेक्रेटरी को पत्र लिखकर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे इस सरकारी आवास से मेरी काफी यादें जुड़ी हुई हैं, जिसे अब मैं खाली कर दूंगा। राहुल गांधी दिल्ली में 11 तुगलक लेन स्थित निवास में रहते हैं, उसे केंद्र सरकार और लोकसभा अध्यक्ष ने खाली करने का आदेश दिया है, तो आज हम सबने यह मन बनाया कि हमारा घर राहुल गांधी जी का भी घर है, वो यहां आएं और हमारे घर में रहें।
गिरने नहीं देंगे राहुल का मनोबल – भेंडिया
मंत्री अनिला भेंडिया ने तस्वीरों को लेकर कहा कि राहुल गांधी जन-जन की बात उठा रहे हैं, ऐसे में हम उन्हें कहीं से भी कमजोर नहीं होने देंगे। उनके मनोबल को हम गिरने नहीं देंगे। यह घर हम राहुल गांधी को समर्पित कर रहे हैं और हमारे नेता के लिए सर्वस्व न्योछावर है। वो देश के लिए लड़ रहे हैं, अगर वो हमारे घर में आकर रहें, तो ये हमारा सौभाग्य होगा। मंत्री अनिला भेंडिया की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
मंत्री अनिला भेंडिया ने बताया कि राहुल गांधी का पूरे देश की राजनीति में वर्चस्व है। उनसे नफरत करने वालों से ज्यादा लोग उनके चाहने वाले हैं। ऐसे में यह अभियान और बड़ा स्वरूप लेता जाएगा। आने वाले चुनाव में देश के प्रधानमंत्री को इसका हिसाब देना होगा, राहुल जी ने संसद में मोदी जी को गले लगाया था, यह निःस्वार्थ प्रेम की परिभाषा है, लेकिन इसके बदले मोदी ने अपने स्वभाव के हिसाब से प्रेम के बदले नफरत का रास्ता अपनाया है।