BIG BREAKING : राज्य सरकार ने अपने मेयर पर गिराई गाज…कांग्रेस महापौर निलंबित
जयपुर हैरिटेज नगर निगम में कांग्रेस की मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को एसीबी ने रिश्वत कांड में ट्रैप किया था. इसके बाद मेयर पर गाज गिरी है. देर रात राजस्थान सरकार ने कांग्रेस बोर्ड की महापौर मुनेश गुर्जर को पद से सस्पेंड कर दिया. बता दें कि रिश्वतकांड मामले में मेयर भी जांच के घेरे में हैं, जिसके चलते स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक ह्रदेश कुमार शर्मा ने महापौर को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए हैं. इससे पहले सरकार ग्रेटर नगर निगम की बीजेपी मेयर सौम्या गुर्जर को भी सस्पेंड कर चुकी है. इस बार कांग्रेस की मेयर पर एक्शन हुआ है.
सरकारी की ओर से जारी सस्पेंड ऑर्डर में कहा गया है कि नगर निगम हैरिटेज जयपुर आवेदित पट्टों की फाइल में पट्टा जारी करने के एवज में रिश्वत राशि की मांग की गई. इस प्रकरण में एंटी करप्शन ब्यूरो ने 4 अगस्त को मेयर के पति सुशील सुशील गुर्जर सहित 2 दलालों को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया था. वहीं मेयर के निवास से 40 लाख रुपये कैश बरामद हुए थे.
इस पूरे मामले में मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर परिवादी के पट्टे की फाइल एसीबी को मिलना और उनके पति का रिश्वत लेना मेयर के संलिप्त होने का संदेह पैदा करता है. ऐसे में राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा के अनुसार मेयर का कृत्य गंभीर है. उनके मेयर पद पर बने रहने से विचारधीन जांच को प्रभावित करने की पूरी संभावना है. इसी वजह से मेयर मुनेश गुर्जर को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
मेयर के पति को दो दिन की रिमांड पर भेजा गया –
रिश्वत लेते पकड़े गए मेयर के पति सुशील गुर्जर को कोर्ट में पेश किया गया, जहां सुशील को कोर्ट ने 2 दिन की रिमांड पर भेज दिया. इस दौरान मीडिया से बातचीत में मेयर के पति ने कांग्रेस के ही एक बड़े नेता पर साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया, साथ ही मेयर और खुद की जांच को खतरा भी बताया.
सुशील ने यह भी कहा कि घर पर मिले 40 लाख रुपये वैशाली नगर में उनके बेचे गए प्लॉट की राशि है, जिसके दस्तावेज कोर्ट में पेश कर दिए गए हैं. सुशील ने कहा कि मेयर के खिलाफ बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है और मौका आएगा, तब कांग्रेसी नेता का नाम उजागर करूंगा.